झारखंड जेई नियुक्ति परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले का सरगना पटना से हुआ गिरफ्तार

जेएसएससी द्वारा तीन जुलाई को ली गयी कनीय अभियंता नियुक्ति परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से दो घंटे पहले लीक करने के मामले में मास्टरमाइंड अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया है. उसकी गिरफ्तारी पटना से हुई है. नामकुम पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेकर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

By Prabhat Khabar | September 25, 2022 8:26 AM

JSSC JE Recruitment Examination Paper Leak : जेएसएससी द्वारा तीन जुलाई को ली गयी कनीय अभियंता नियुक्ति परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से दो घंटे पहले लीक करने के मामले में मास्टरमाइंड अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया है. उसके पिता का नाम चंद्रेश्वर सिंह है. गिरफ्तारी पत्रकार नगर थाने के विद्यापुरी इलाके स्थित आवास से हुई. गिरफ्तारी के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर नामकुम थाना की पुलिस रांची पहुंची और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. पुलिस ने उसके पास चार मोबाइल और दस्तावेज बरामद किये हैं. अभिषेक का पटना में अपना घर है और पूरे परिवार के साथ रहता है.

आरोपी ने मामले में भागीदारी स्वीकारी

गिरफ्तार आरोपी ने अपनी संलिप्तता की बात को स्वीकार कर लिया है. यह बताते हुए कि उसने ही छात्रों को प्रश्न पत्र दिये थे. आयोग की ओर से जिस कंपनी को प्रश्न पत्र सेट करने के लिए दिया गया था, उसके मालिक अरुण कुमार हैं. जिनसे अभिषेक ने परीक्षा के पहले ही प्रश्न पत्र हासिल किया था. उसने परीक्षा के एक दिन पहले पटना के पुनपुन के एक स्थान पर 60 परीक्षार्थियों को सहयोगियों के माध्यम से ले जाकर रखा था. जहां परीक्षार्थियों को इस प्रश्न पत्र के उत्तर लिखने की भी ट्रेनिंग दी गयी थी. वहां से सीधे परीक्षार्थियों को गाड़ी से परीक्षा केंद्र पर लाकर छोड़ा गया था. हालांकि उसने अभी इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी है कि उसने कितने में प्रश्न पत्र बेचे थे और उसे इस काम से कितने रुपये हासिल किये.

पूर्व में दो आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस पूर्व में आरोपी रंजीत मंडल व दीपक कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. सभी गिरोह बनाकर बिजनेस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड चलाते हैं और उसी की आड़ में इस तरह का गलत काम करते हैं. जेएसएससी द्वारा कनीय अभियंता की नियुक्ति को लेकर तीन जुलाई 2022 को सुबह 10 बजे से लिखित परीक्षा ली गयी थी, लेकिन परीक्षा से दो घंटे पहले ही प्रश्न पत्र लीक होकर वायरल होने लगा. जिसके बाद प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था. मामले को लेकर महुदा, धनबाद के अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार सिंह ने 14 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया, जिसमें आरोप सही पाया गया. आरोपियों के पास से मोबाइल जब्त किये गये थे, जिसके व्हाट्सऐप नंबर 7488121791 से प्रश्न पत्र वायरल किया गया था.

Next Article

Exit mobile version