JEE एडवांस में राजधानी के विद्यार्थियों का श्रेष्ठ प्रदर्शन, इंजीनियर बनने का अब सपना होगा पूरा

जेइइ एडवांस-2022 में रांची के विद्यार्थियों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. अब इनका इंजीनियर बनने का सपना पूरा होगा. देशभर के टॉप-100 में तीन विद्यार्थियों में सूर्यांश श्रीजन ऑल इंडिया रैंक 51, तनीष अग्रवाल (एआइआर 57) और आदित्य प्रकाश (एआइआर 70) ने अपनी जगह बनायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2022 10:29 AM

Ranchi news: जेइइ एडवांस-2022 में रांची के विद्यार्थियों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. अब इनका आइआइटी का सपना पूरा होगा. खास बात है कि देशभर के टॉप-100 में तीन विद्यार्थियों सूर्यांश (एआइआर 51), तनिश (एआइआर 57) और आदित्य (एआइआर 70) ने जगह बनायी है. यह तीनों विद्यार्थी आइआइटी भुवनेश्वर जोन के भी टॉपर हैं. इसके पहले वर्ष 2019 में यह रिकॉर्ड बना था. वहीं टॉप- 500 रैंकर्स में विकास कुमार ओझा (एआइआर 157), कुशाग्र श्रीवास्तव (एआइआर 182), सक्षम राज (एआइआर 323) और अविरल सिंह (एआइआर 455) जगह बनाने में सफल रहे. इसके अलावा दर्जनों विद्यार्थियों ने ऑल इंडिया रैंक-2000 में शामिल हैं.

23 आइआइटी की 16232 सीटों पर एडमिशन का मौका

देश में 23 आइआइटी हैं, जिसमें 16232 सीटें हैं. विद्यार्थियों को जोसा काउंसेलिंग के जरिये सीट मिलेगी. इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 12 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगी. आइआइटी से बैचलर इन आर्किटेक्चर के इच्छुक विद्यार्थी पेपर-2 का रजिस्ट्रेशन कर आगे की प्रक्रिया पूरी करेंगे.

नौवीं क्लास से ही आइआइटी को बना लिया था अपना प्रमुख लक्ष्य

जेइइ एडवांस में ऑल इंडिया रैंक 57 हासिल करनेवाले हिनू के तनीश अग्रवाल ने आइआइटी में नामांकन का लक्ष्य नौवीं क्लास में ही तय कर लिया था़ तनीश ने कहा कि शुरुआत से ही साइंस विषय के प्रति रुचि थी़ फिजिक्स के चैप्टर व्यावहारिक जीवन में खास आकर्षित करते थे. फिर 11वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ विषय पर फोकस करने लगा. जेइइ मेन में एआइआर-166 मिला, तो हिम्मत बढ़ी और जेइइ एडवांस के लिए जुट गया. इस वर्ष पेपर कठिन था़ इसलिए जिन प्रश्नों को लेकर 100% आत्मविश्वास था, उन्हें ही हल कर आगे बढ़ गया. केमिस्ट्री के प्रश्नों को पहले हल कर समय की बचत की. अब आइआइटी बॉम्बे से बीटेक इन कंप्यूटर साइंस करने के लिए तैयार हूं. पिता विजय कुमार अग्रवाल व्यवसायी हैं और मां आशा अग्रवाल गृहिणी.

मेरे दादा स्व ओमप्रकाश बुधिया इंजीनियर थे, उन्हीं से प्रेरणा मिली

सर्कुलर रोड निवासी आदित्य प्रकाश ने एआइआर-70 हासिल किया है. आदित्य ने कहा : दादाजी स्व ओम प्रकाश बुधिया इंजीनियर थे. उन्होंने ही सांइस विषय के प्रति रुचि जगायी. हाइस्कूल से फिजिक्स की थ्योरी व्यावहारिक लगने लगी थी. फिजिक्स मेरा पसंदीदा विषय बन गया़ फिर 11वीं में आइआइटी काे लक्ष्य बनाकर जेइइ की तैयारी शुरू कर दी. जेइइ मेन में ऑल इंडिया में 26वां रैंक मिला़ नियमित मॉक टेस्ट पेपर और पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करता रहा. पढ़ाई बोझिल न बन जाये, इसके दोस्तों के साथ गेम खेलता. फिल्म भी देखता. लेकिन पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं किया. अब आइआइटी बॉम्बे से बीटेक इन कंप्यूटर साइंस करने की इच्छा है. उन्होंने सफलता का श्रेय शिक्षकों के साथ-साथ मां सुनीता बुधिया और पिता उत्तम बुधिया को दिया है.

आकांक्षा कोचिंग के दो विद्यार्थियों ने भी मारी बाजी

जेइइ एडवांस-2022 में आकांक्षा कोचिंग के दो बच्चों ने सफलता हासिल की है़ राजेश कुमार महतो ने ओबीसी कैटेगरी में ऑल इंडिया रैंक 8,323 हासिल किया है. वहीं अनुसूचित जाति श्रेणी में सागर नायक ने ऑल इंडिया रैंक-2313 हासिल किया ह. झारखंड सरकार का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग आकांक्षा कार्यक्रम चलाता है. यह नि:शुल्क कार्यक्रम ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला स्कूल कैंपस में संचालित हो रहा है.

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