झारखंड में 4 कोविड-19 मरीज हुए ठीक, बोले CM हेमंत- कोरोना से लड़ाई में जीत का आगाज, कोरोना योद्धाओं को नमन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम सभी के लिए आज स्वास्थ्य विभाग से बेहद सुखद समाचार प्राप्त हुआ है. राज्य में कोरोना से पीड़ित चार मरीज बिल्कुल स्वस्थ घोषित हुए हैं. इस महामारी से हमारी जंग में जीत का यह आगाज है. राज्यवासियों के सहयोग से हम इस वैश्विक महामारी पर जल्द ही विजय प्राप्त करेंगे. कोरोना से इस लड़ाई में कोरोना योद्धाओं को दिल से सलाम.

By AmleshNandan Sinha | April 20, 2020 10:41 PM

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम सभी के लिए आज स्वास्थ्य विभाग से बेहद सुखद समाचार प्राप्त हुआ है. राज्य में कोरोना से पीड़ित चार मरीज बिल्कुल स्वस्थ घोषित हुए हैं. इस महामारी से हमारी जंग में जीत का यह आगाज है. राज्यवासियों के सहयोग से हम इस वैश्विक महामारी पर जल्द ही विजय प्राप्त करेंगे. कोरोना से इस लड़ाई में कोरोना योद्धाओं को दिल से सलाम.

उन्होंने ट्वीट किया कि इस लड़ाई में स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, सखी मंडल की बहनों, संगठनों, आदि जैसे कई योद्धाओं का दिल से आभार प्रकट करता हूं. आप सभी दिन-रात एक कर कोरोना को हराने की मुहिम में अनवरत लगे हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों एवं चिकित्सकों को बधाई. आपके लगन, मेहनत एवं अदम्य साहस के बल पर हमें इस महामारी से निजात अवश्य मिलेगी.

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के साथ की बैठक, सतर्कता बरतने का निर्देश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि लॉकडाउन में सोमवार से बेहत सख्त शर्तों के साथ कुछ जरूरी सेवाओं में छूट दी जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा जारी गाइलाइन के तहत ही झारखंड में भी रियायतें दी जा रही हैं, लेकिन इस राज्य की भी अपनी कुछ समस्याएं और जरूरतें हैं. इसकी समीक्षा कर राज्य सरकार उचित कदम उठायेगी. मुख्यमंत्री ने आज कोरोना महामारी की रोकथाम, बचाव औऱ इलाज तथा लॉकडाउन को लेकर वित्त, वाणिज्यकर एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव, ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य एवं आपदा मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल के साथ उच्चस्तरीय बैठक की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर लॉक डाउन के तहत कुछ सेवाओं में दी गयी छूट में नियमों की अनदेखी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता है तो तुरंत रियायतों को वापस ले लिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में कोरोना वायरस के बढ़ रहे संक्रमण के खतरे को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है और इसे रोकने के लिए सभी एहतियात कदम उठाए जा रहे हैं.

कुछ सेवाओं में दी गयी छूट का असर एक-दिन बाद दिखेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के तहत कुछ सेवाओं में सशर्त छूट दी जा रही है. इसका उल्लंघन नहीं हो, इसकी निगरानी करने का निर्देश अधिकारियों को दिया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लॉक डाउन में दी जाने वाली रियायतों का असर एक-दो दिनों के अंदर देखने को मिलने लगेगा. इसके बाद सरकार इसकी समीक्षा कर निर्णय लेगी.

कोटा में फंसे राज्य के बच्चों को लेकर सरकार है चिंतित

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटा में फंसे राज्य के बच्चों को लेकर सरकारी काफी चिंतित है. बच्चों और उनके अभिभावकों के लगातार फोन आ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को लेकर उनकी प्रधानमंत्री से बात हुई है. अभी मैं बच्चों को यही संदेश देना चाहता हूं कि आप जहां सुरक्षित समझें, वहीं रहें. अगर किसी तरह की परेशानी आ रही है तो उससे सरकार को अवगत कराएं, आपकी सहायता के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

दूसरी बीमारियों के इलाज में कोताही नहीं बरतें निजी अस्पताल

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी बीमारियों के मरीजों के इलाज में निजी अस्पताल कोताही ना बरतें. निजी अस्पतालों की निगरानी के निर्देश अधिकारियों को दे दिये गये हैं. अगर उनके द्वारा किसी मरीज के इलाज में किसी तरह की लापरवाही बरते जाने की बात सामने आयेगी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

पैसे निकालने के लिए बैंक में घंटों रहने से बचें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घर पर रहें व सुरक्षित रहें. कोरोनावायरस (कोविड-19) से बचाव का यह सबसे बेहतर तरीका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी सूचना मिल रही है कि जनधन योजना के तहत खाते में सरकार द्वारा भेजी गयी राशि को निकालने के लिए बुजुर्ग लाभुक घंटों बैंकों में मौजूद रहते हैं. इस योजना के लाभुकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी है कि अगर वे जल्द से जल्द अपने बैंक खाते से यह राशि नहीं निकालेंगे तो यह वापस हो जायेगी और इसके लाभ से वंचित रह जायेंगे.

मुख्यमंत्री ने इस मामले को स्पष्ट करते हुए कहा कि जनधन योजना की जो राशि लाभुकों के खाते में डाली गयी है, उसे वे कभी भी निकाल सकते हैं. यह राशि सरकार वापस नहीं लेगी. यह राशि लाभुकों की है और वे ही इसका इस्तेमाल करेंगे, इसलिए इस राशि की निकासी को लेकर जल्दबाजी व हड़बड़ाने की कोई जरूरत नहीं है. अभी के हालात में वे अपने घर पर ही रहें, कोरोना के खतरे से बचाव के लिए यह बेहद जरूरी है.

Next Article

Exit mobile version