गंठबंधन नहीं चाहते कार्यकर्ता, पर मजबूरी है

रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने तीन दिवसीय प्रमंडल वार बैठक के बाद कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता गंठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. कार्यकर्ता की भावना थी कि जनता से गंठबंधन हो. पार्टी अपने संगठन के सहारे आगे बढ़े. श्री भगत कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2013 1:50 PM

रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने तीन दिवसीय प्रमंडल वार बैठक के बाद कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता गंठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. कार्यकर्ता की भावना थी कि जनता से गंठबंधन हो. पार्टी अपने संगठन के सहारे आगे बढ़े. श्री भगत कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे. यह पूछने पर कि फिर दिल्ली में झामुमो के साथ गंठबंधन की बात क्यों हो रही है, श्री भगत ने कहा कि परिस्थितिवश हम मजबूर हैं. कभी चाय नहीं मिलती, तो कॉफी भी पीनी पड़ती है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रपति शासन पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन में जन आकांक्षाओं के अनुरूप काम नहीं हो रहे हैं. श्री भगत ने कहा कि पार्टी के अंदर जमीनी स्तर पर काम करनेवाले कार्यकर्ताओं को मौका दिया जायेगा. चुनाव तय समय पर हो या पहले, हमारे कार्यकर्ता तैयार हैं. बोरो या आयातित नेताओं को टिकट नहीं दिया जायेगा.

कोल्हान प्रमंडल की बैठक थी, लेकिन कोल्हान से प्रदीप बलमुचु जैसे नेता बैठक में नहीं आये, इस सवाल पर श्री भगत ने कहा कि वह व्यस्त थे. पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है. श्री भगत ने कहा कि तीन दिनों तक सभी प्रमंडल के 354 कार्यकर्ताओं से संवाद हुआ है. हम पंचायत स्तर तक पहुंचेंगे. संगठन, संघर्ष और सत्ता के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ेंगे.

संवाददाता सम्मेलन में सांसद सुबोधकांत सहाय, गीता श्री उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और डॉ शैलेश सिन्हा भी मौजूद थे.

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