वर्तमान शिक्षा पद्धति में बदलाव जरूरत: कुलपति

-2015 से छात्रों के प्लेसमेंट की समीक्षा होगी, विदेशी विवि के साथ एमओयू पर बल दिया-फैकल्टी और मैन पावर की कमी शीघ्र दूर होगीकांके. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के नये भवन में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. इस मौके पर कुलपति प्रो डॉ बीसी निर्मल ने कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्घति को वैल्यू एजुकेशन बनाने की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 9:59 PM

-2015 से छात्रों के प्लेसमेंट की समीक्षा होगी, विदेशी विवि के साथ एमओयू पर बल दिया-फैकल्टी और मैन पावर की कमी शीघ्र दूर होगीकांके. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के नये भवन में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. इस मौके पर कुलपति प्रो डॉ बीसी निर्मल ने कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्घति को वैल्यू एजुकेशन बनाने की आवश्यकता है. विद्यालय से लेकर कॉलेज तक और तकनीकी संस्थानों में रोजगारोन्मुखी शिक्षा दिये जाने की बात कुलपति ने कही. विवि में फैकल्टी और उन्होंने कहा कि मैनपावर की कमी है जिसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा. अगले वर्ष 2015 से छात्रों के प्लेसमेंट का मूल्यांकन भी किया जायेगा. कुलपति श्री निर्मल ने कहा कि विधि विवि, विदेशी विवि के साथ एमओयू का भी प्रयास करेगा. विवि द्वारा न्यूजलेटर का प्रकाशन आरंभ किया गया है. जल्द ही जर्नल का भी प्रकाशन किया जाएगा. काफी प्रयासों के बाद विवि का अपना कैंपस मिला है. विवि में 50 प्रतिशत सीटें झारखंड राज्य के छात्रों के लिए आरक्षित हैं. नियुक्ति में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जायेगी. विवि का राज्य में खुलना बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि विवि के खुलने से यहां के लोगों के बीच रोजगार का सृजन होगा.

Next Article

Exit mobile version