वॉट्सऐप जैसे ऐप्स के नहीं लगेंगे पैसे

नयी दिल्ली. वॉट्सऐप, वाइबर, स्काइप और बाकी ऐप्स की सर्विस इस्तेमाल करने पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ेगा. टेलिकॉम रेग्युलेटर (ट्राई) ने इन ऐप्स से रेवेन्यू हासिल करने का ऑपरेटर्स का प्रस्ताव ठुकरा दिया है. मामले से वाकिफ लोगों ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस मामले में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 6:00 PM

नयी दिल्ली. वॉट्सऐप, वाइबर, स्काइप और बाकी ऐप्स की सर्विस इस्तेमाल करने पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ेगा. टेलिकॉम रेग्युलेटर (ट्राई) ने इन ऐप्स से रेवेन्यू हासिल करने का ऑपरेटर्स का प्रस्ताव ठुकरा दिया है. मामले से वाकिफ लोगों ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस मामले में कंसल्टेशन प्रोसेस शुरू करने की योजना भी टाल दी है. ट्राई का मानना है कि ऑपरेटर्स डेटा रेवेन्यू में ग्रोथ के जरिये अपने नुकसान की भरपाई करने में सक्षम हैं. टेलिकॉम इंडस्ट्री ने फ्री मेसेंजर सर्विसेज के इस्तेमाल और वॉइस ओवर इंटरनेट कॉल के कारण 5,000 करोड़ रु पये के सालाना नुकसान का आंकड़ा पेश किया था.ट्राई के एक अधिकारी ने बताया, टेलिकॉम इंडस्ट्री के रेवेन्यू में बढ़ोतरी का एक-तिहाई हिस्सा सिर्फ डेटा सर्विसेज से आ रहा है. जहां तक वॉइस सर्विसेज का सवाल है, तो इसके रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी हो रही है.

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