रांची : कक्षा दूसरी तक के विद्यार्थियों को होमवर्क नहीं

रांची : किसी भी माध्यम के स्कूल दूसरी कक्षा तक के विद्यार्थियों को होमवर्क नहीं दे सकते है़ं स्कूल किसी तरह के होमवर्क का निर्धारण नहीं कर सकता. कक्षा एक व दो के विद्यार्थियों को भाषा व गणित के अलावा अन्य विषय पढ़ाना अनिवार्य नहीं करना है़ इस नियम को नहीं माननेवाले स्कूलों की मान्यता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2020 6:58 AM

रांची : किसी भी माध्यम के स्कूल दूसरी कक्षा तक के विद्यार्थियों को होमवर्क नहीं दे सकते है़ं स्कूल किसी तरह के होमवर्क का निर्धारण नहीं कर सकता. कक्षा एक व दो के विद्यार्थियों को भाषा व गणित के अलावा अन्य विषय पढ़ाना अनिवार्य नहीं करना है़ इस नियम को नहीं माननेवाले स्कूलों की मान्यता रद्द हो सकती है़ सांसद संजय सेठ के सवाल पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लोकसभा में यह जानकारी दी़

केंद्र सरकार ने नीति का हवाला देते हुए बताया कि कक्षा तीन से लेकर पांच तक के छात्रों को भाषा और गणित के अलावा पर्यावरण विज्ञान भी पढ़ाना है़ दूसरी कक्षा से ऊपर की कक्षाओं में पढ़नेवाले बच्चों को एनसीइआरटी द्वारा तय किये गये मानक के अनुरूप होमवर्क देना है़ केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सभी राज्यों को चिल्ड्रेन स्कूल बैग पॉलिसी बनाना है़ यह भी निर्धारित करना है कि बच्चों के बस्तों का बोझ उनके वजन व शरीर से अधिक नहीं हो़ इसके लिए राज्यों को गाइडलाइन भी जारी की गयी है.

राज्यों को एक समिति बना कर स्कूलों का औचक निरीक्षण करना है़ यह तय करना है कि बच्चों को रट्टामार पढ़ाई नहीं करानी है़ उन्हें स्कूल से बाहर की दुनिया के ज्ञान से वाकिफ कराना है. पाठ्य पुस्तकों पर केंद्रित रहने के बजाय बच्चों के समग्र विकास को लेकर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना है़ केंद्रीय मंत्री ने शिक्षा नीति का हवाला देते हुए कहा कि बच्चों का कौशल, शारीरिक व मानसिक विकास हो सके, इसकी कोशिश होनी चाहिए़ साथ ही विद्यालयों को यह भी निर्धारित करना है कि बच्चों को प्रतिदिन दो या तीन विषय पढ़ाये जाये़ं प्रति विषय उन्हें अधिक से अधिक समय मिले़

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