रांची : आठवीं की बोर्ड परीक्षा का मामला, 1.18 लाख बच्चे किताब पढ़े बिना देंगे परीक्षा

सुनील कुमार झा रांची : आठवीं की बोर्ड परीक्षा 24 जनवरी को होगी. इसमें पूरे राज्य से कुल 514430 परीक्षार्थी शामिल होंगे. सरकारी और निजी दोनों ही स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यह परीक्षा अनिवार्य है. लेकिन निजी स्कूलों के 1,18,271 बच्चे बिना किताब पढ़े ही परीक्षा देंगे. दरअसल, सरकारी स्कूलों के बच्चों को किताबें […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 20, 2020 8:59 AM
सुनील कुमार झा
रांची : आठवीं की बोर्ड परीक्षा 24 जनवरी को होगी. इसमें पूरे राज्य से कुल 514430 परीक्षार्थी शामिल होंगे. सरकारी और निजी दोनों ही स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यह परीक्षा अनिवार्य है. लेकिन निजी स्कूलों के 1,18,271 बच्चे बिना किताब पढ़े ही परीक्षा देंगे. दरअसल, सरकारी स्कूलों के बच्चों को किताबें सरकार ने उपलब्ध करा दी हैं. लेकिन निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिली हैं. क्योंकि वादे के मुताबिक प्रिंटरों ने समय पर बाजार में किताब उपलब्ध नहीं करायीं.
आठवीं की बोर्ड परीक्षा सरकारी विद्यालयों में प्रभावी पाठ्यक्रम के आधार पर ली जाती है. पहली से आठवीं कक्षा तक के सरकारी स्कूलों के बच्चों को किताबें राज्य सरकार नि:शुल्क देती है. जबकि निजी स्कूलों के बच्चे बाजार से उत्तर कुंजी खरीद कर पढ़ रहे हैं.
प्रिंटरों को बाजार में उपलब्ध करानी थी किताब : जेसीइआरटी ने वर्ष 2019-20 से कक्षा एक से आठ तक की किताब बाजार में भी उपलब्ध कराने की बात कही थी. सरकारी स्कूलों में किताब वितरण के लिए चयनित प्रिंटरों को बाजार में किताब उपलब्ध करानी थी. लेकिन प्रिंटरों ने समय पर बाजार में किताब उपलब्ध नहीं करायी. इस कारण दुकानदारों ने किताब लेने से इनकार कर दिया.
वादे के मुताबिक प्रिंटरों ने समय पर बाजार में नहीं दी किताब
राज्य सरकार परीक्षा तो लेती है, लेकिन न तो किताबें देती है और न ही बाजार में उपलब्ध कराती है
24 जनवरी को होगी आठवीं की बोर्ड परीक्षा, लेकिन अब तक बाजार में नहीं पहुंची हैं किताबें
वर्ष 2019-20 में ही आठवीं तक की किताबें बाजार में उपलब्ध कराने का लिया गया था निर्णय
प्रिंटरों की राशि में की गयी कटौती
बाजार में किताबें उपलब्ध नहीं कराने के कारण प्रिंटरों को दी जानेवाली राशि में कटौती कर दी गयी है. टेंडर के प्रावधान के अनुरूप प्रिंटरों को बाजार में किताब उपलब्ध करानी थी.
75000 परीक्षार्थी फेल हुए थे
वर्ष 2019 में
वर्ष 2019 में आठवीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 489852 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इनमें से 414319 परीक्षार्थी पास हुए, जबकि 75533 परीक्षार्थियों को पास मार्क्स (33 फीसदी) से कम अंक मिले. इन परीक्षार्थियों को डी ग्रेड में रखा गया था. इसके बाद पूरक परीक्षा हुई, जिसमें 75 हजार में से 56 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. लगभग 19 हजार फेल विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए. पूरक परीक्षा में भी 15033 परीक्षार्थी फेल हो गये.
इस वर्ष समय पर मिलेगी किताब
वर्ष 2019-20 में कक्षा आठ तक की किताबें बाजार में प्रिंटरों को करानी थी. उनके द्वारा समय पर बाजार में किताबें उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण, दुकानदारों ने किताब नहीं ली. इस संबंध में प्रिंटरों द्वारा जेसीइआरटी को जानकारी भी दी गयी. समय पर किताब नहीं देने के कारण प्रिंटरों को दी जानेवाली में कटौती कर दी गयी है. वर्ष 2020 के लिए किताब वितरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया है. ऐसे में इस वर्ष समय पर बाजार में भी किताबें उपलब्ध हो जायेंगी.
– उमाशंकर सिंह, निदेशक, जेसीइआरटी

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