रांची : प्लेस ऑफ सप्लाई का निर्धारण जरूरी: कुणाल
रांची : दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, रांची शाखा की छात्र इकाई ने रांची शाखा हॉल में शनिवार को सेमिनार का आयोजन किया. विषय जीएसटी, टीडीएस और मोटिवेशन था. सीए कुणाल कुमार घेलानी ने कहा कि जीएसटी के तहत वस्तु या सेवा कर निर्धारण के लिए प्लेस ऑफ सप्लाई का निर्धारण काफी महत्वपूर्ण […]
रांची : दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, रांची शाखा की छात्र इकाई ने रांची शाखा हॉल में शनिवार को सेमिनार का आयोजन किया. विषय जीएसटी, टीडीएस और मोटिवेशन था. सीए कुणाल कुमार घेलानी ने कहा कि जीएसटी के तहत वस्तु या सेवा कर निर्धारण के लिए प्लेस ऑफ सप्लाई का निर्धारण काफी महत्वपूर्ण है.
एक फरवरी, 2019 से जीएसटी में बदलाव हुआ है. इस बदलाव द्वारा कंपोजिशन स्कीम के अंतर्गत अब वैसे व्यापारी भी आयेंगे, जिनका कुल टर्नओवर 1.5 करोड़ रुपये तक है. पहले यह लिमिट एक करोड़ रुपये की थी.
निराशा से बचने के लिए दिया टिप्स: द्वितीय सत्र में सीए गौरव अग्रवाल ने सीए की परीक्षा में असफलता को कैसे सफलता में बदलें व असफलता के बीच भी कैसे निराशा से बचें परटिप्स दिया. सीए दीपक पटेल ने कहा की डिजिटाइजेशन के कारण आज हर तरह के भुगतान पर सरकार की नजर होती है.
इस कारण विशेष कर सीए को अपने अंकेक्षण में यह जांच करना काफी महत्वपूर्ण है कि टीडीएस संबंधित प्रावधान का पालन हुआ है या नहीं. इसके पूर्व उद्घाटन सत्र में रांची शाखा के सचिव सीए प्रवीण शर्मा ने 10 मार्च को आयोजित रक्तदान शिविर अधिक – से – अधिक छात्र-छात्राओं को भाग लेने की अपील की. मौके पर रांची शाखा के सीए स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए पंकज मक्कड़, कार्यकारिणी सदस्य सीए प्रभात कुमार, सीए विनीत अग्रवाल आदि उपस्थित थे.
आयोजन में सीए स्टूडेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अंकित, सचिव रुचिका जैन, कोषाध्यक्ष स्नेहलता, ऋषभ नंदा, अनूप कुमार एवं हर्षित गोयल ने सहयोग किया. संचालन सोनाली भारद्वाज ने किया.