रांची : पांच माह में अस्पतालों को हुआ 46 करोड़ का भुगतान

रांची : आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक राज्य भर के कुल 598 अस्पतालों को संबद्ध (इंपैनल्ड) किया गया है. इनमें 218 सरकारी तथा 380 निजी अस्पताल हैं. इन संबद्ध अस्पतालों में अब तक कुल 77384 मरीजों का इलाज हुआ है तथा इस पर 74.86 करोड़ रु खर्च हुए हैं. अभी इनमें से 73377 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 10, 2019 8:27 AM
रांची : आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक राज्य भर के कुल 598 अस्पतालों को संबद्ध (इंपैनल्ड) किया गया है. इनमें 218 सरकारी तथा 380 निजी अस्पताल हैं.
इन संबद्ध अस्पतालों में अब तक कुल 77384 मरीजों का इलाज हुआ है तथा इस पर 74.86 करोड़ रु खर्च हुए हैं. अभी इनमें से 73377 लाभुक मरीजों के इलाज पर 70.50 करोड़ के खर्च का दावा (क्लेम) किया गया है. इसके एवज में बीमा कंपनियों ने इन्हें 53429 मरीजों पर हुए 46.61 करोड़ के खर्च का भुगतान कर दिया है. दावा तथा खर्च का यह आंकड़ा गत पांच माह का है.
गौरतलब है कि आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत देश भर में सबसे पहले झारखंड में 23 सितंबर 2018 को हुई थी. जानकारों के अनुसार पलामू व प. सिंहभूम जिले में मरीजों का इलाज तथा इसके विरुद्ध किये गये दावे व भुगतान सहज नहीं लगते.
उक्त दोनों जिलों में स्वास्थ्य संरचना बहुत बेहतर नहीं कही जा सकती. प. सिंहभूम के बगल में पूर्वी सिंहभूम स्वास्थ्य सुविधाअों के संदर्भ में अपेक्षाकृत विकसित जिला है, जो मरीजों के इलाज की स्वाभाविक पसंद हो सकती है. पर पलामू व प. सिंहभूम जिलों में इलाज व खर्च का दावा बड़ा है. नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के लिए झारखंड में तीन थर्ड पार्टी एजेंसी (टीपीए) कार्यरत है, जो दावा (क्लेम) के विरुद्ध जांचोपरांत भुगतान करती हैं. इनमें एमडी इंडिया, मेडी एसिट तथा सेफ-वे शामिल हैं.
एमडी इंडिया 10 (बोकारो, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, रामगढ़ व साहेबगंज) जिलों में कार्यरत है. वहीं मेडी एसिट सात (पू.सिंहभूम, गढ़वा, खूंटी, लोहरदगा, पलामू, रांची व सरायकेला) तथा सेफ-वे भी सात ( चतरा, गुमला, हजारीबाग, कोडरमा, लातेहार, सिमडेगा व प. सिंहभूम) जिलों में कार्यरत है.

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