एक सप्ताह में जवाब देना था लेकिन नहीं दिया, फिर मांगा
रांची : निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य डॉ राजेंद्र पासवान ने राज्य भर के विभिन्न सिविल सर्जनों, संबंधित अस्पतालों के उपाधीक्षकों तथा उन जिलों के फस्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को शो-कॉज किया था. इन सभी अस्पतालों व एफआरयू का वित्तीय वर्ष 2018-19 का प्रोग्रेस रिपोर्ट खराब व असंतोषजनक है. इन सबको दो फरवरी […]
रांची : निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य डॉ राजेंद्र पासवान ने राज्य भर के विभिन्न सिविल सर्जनों, संबंधित अस्पतालों के उपाधीक्षकों तथा उन जिलों के फस्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को शो-कॉज किया था. इन सभी अस्पतालों व एफआरयू का वित्तीय वर्ष 2018-19 का प्रोग्रेस रिपोर्ट खराब व असंतोषजनक है.
इन सबको दो फरवरी को पत्र लिख कर इनसे एक सप्ताह में जवाब मांगा गया था. पर एक माह से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी किसी ने जवाब नहीं दिया है. अब फिर से चतरा, दुमका, जामताड़ा, लातेहार, गोड्डा, सिमडेगा व सरायकेला सदर अस्पताल सहित इन जिलों के एफआरयू (सीएचसी) व कुछ अनुमंडलीय अस्पतालों को कारण बताअो नोटिस दिया गया है.
निदेशक प्रमुख ने आठ मार्च को लिखे इस पत्र में पुरानी बात दोहराते हुए लिखा है कि आपके यहां मानव संसाधन व ब्लड बैंक सहित सभी जरूरी उपकरणों के रहते अॉपरेशन (सी-सेक्शन) नहीं हो रहा है. कृप्या एक सप्ताह के अंदर जवाब दें, अन्यथा यह समझा जायेगा कि आपको अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है. देखना है कि इसके बाद भी जवाब आता है या नहीं.
स्वास्थ्य निदेशालय का हाल
मानव संसाधन व ब्लड बैंक सहित सभी जरूरी उपकरणों के रहते अॉपरेशन नहीं होने से विभाग गंभीर