रांची : मैनुअल स्लटरिंग रोकने के लिए प्रयासरत है निगम : नगर आयुक्त

रांची : नगर आयुक्त मनोज कुमार ने कहा है कि राजधानी में बड़ी राशि खर्च कर स्लॉटर हाउस खोला गया है. इसका विरोध कुछ मीट विक्रेताओं ने किया है. यह मामला न्यायालय में चला गया है. नगर निगम प्रयास कर रहा है कि राजधानी में मैनुअल स्लटरिंग बंद हो. स्लॉटर हाउस के संचालन नहीं होने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 5, 2019 9:01 AM
रांची : नगर आयुक्त मनोज कुमार ने कहा है कि राजधानी में बड़ी राशि खर्च कर स्लॉटर हाउस खोला गया है. इसका विरोध कुछ मीट विक्रेताओं ने किया है. यह मामला न्यायालय में चला गया है. नगर निगम प्रयास कर रहा है कि राजधानी में मैनुअल स्लटरिंग बंद हो. स्लॉटर हाउस के संचालन नहीं होने से निगम को भी नुकसान हो रहा है. श्री कुमार सोमवार को एटीआइ में जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के तीन दिनी प्रशिक्षण का उदघाटन करने के बाद बोल रहे थे.
नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम जल्द ही सड़क पर मरनेवाले पशुओं के लिए रेंडरिंग प्लांट (प्रतिपादन इकाई) शुरू करनेवाला है.
इसका फायदा आम आदमी को भी मिलेगा. यहां पूर्वज भी पशु और प्रकृति प्रेमी रहे हैं. आज भी खुद के साथ-साथ पशुओं की चिंता करने की जरूरत है. पशु पर होनेवाली क्रूरता के खिलाफ संघर्ष करनेवाले भारत सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल सिराज कुरैशी ने कहा कि पशुओं में सबकुछ है, लेकिन जुबान नहीं है. जुबान होती, तो वह हमें अपनी पीड़ा बता सकते हैं. इनकी पीड़ा समझने की जिम्मेदारी हमारी है.
वेदों और मुस्लिम धार्मिक ग्रंथों में भी पशुओं के कल्याण की बात कही गयी है. अल्लाह भी किसी जीवित को मारने की बात नहीं करते हैं. जरूरत है कि नगर निगम और नगर पालिका भी पशुओं के साथ होनेवाले क्रूरता संबंधी नियमों की जानकारी रखें.
प्रशिक्षण शिविर से होगा फायदा : इससे पूर्व पशुपालन विभाग के निदेशक चितरंजन कुमार ने कहा कि सरकार ने कई प्रावधान किया है, लेकिन न अधिकारी ध्यान देते हैं न जनता. जानकारी की कमी के कारण कई काम पूरा नहीं हो पाता है.
इस तरह के प्रशिक्षण शिविर से अधिकारी और जनता दोनों को फायदा होगा. इस मौके पर भारत सरकार के जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के डॉ आरबी चौधरी और राज्य के डॉ शिवानंद काशी ने भी विचार रखा. संचालन डॉ अपर्णा पांडेय ने किया.

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