देवघर : सुबह में सांसद निशिकांत का शीघ्रदर्शनम की दर वृद्धि को लेकर तीर्थपुरोहितों ने किया विरोध, दोपहर में हैप्पी इंडिंग

देवघर : शीघ्रदर्शनम की दर में वृद्धि के विरोध का सामना गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को झेलना पड़ा. रविवार की सुबह करीब 9.30 बजे बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे का तीर्थपुरोहिताें ने जबरदस्त विरोध किया. इस विरोध का वीडियो भी वायरल हुआ. वीडियो में सांसद यह कहते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2018 7:15 AM
देवघर : शीघ्रदर्शनम की दर में वृद्धि के विरोध का सामना गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को झेलना पड़ा. रविवार की सुबह करीब 9.30 बजे बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे का तीर्थपुरोहिताें ने जबरदस्त विरोध किया. इस विरोध का वीडियो भी वायरल हुआ.
वीडियो में सांसद यह कहते दिख रहे हैं : मुझसे पहले फुरकान जी व प्रदीप जी बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड में रहे, लेकिन 2009 के बाद पंडा धर्मरक्षिणी की आमदनी कितनी बढ़ी है, आप बतायें. सांसद के इस बयान के बाद हंगामा व नारेबाजी शुरू हो गयी. विरोध के बीच सांसद को अपने समर्थकों के साथ बगैर पूजा-अर्चना किये ही बाबा मंदिर प्रांगण से बैरंग वापस लौटना पड़ा.
मेयर से हम अलग नहीं : दोपहर करीब तीन बजे पूर्व मेयर राज नारायण खवाड़े उर्फ बबलू खवाड़े के साथ सांसद बाबा मंदिर पहुंचे. पूर्व मेयर की मध्यस्थता के बाद मामला शांत हुआ.
पूर्व मेयर ने सांसद की ओर से घोषणा की कि शीघ्रदर्शनम की दर नहीं बढ़ायी जायेगा. तीर्थपुरोहित समाज के लोग सांसद से आश्वासन मांगने लगे. चुप्पी तोड़ते हुए सांसद ने कहा : मेयर साहेब से हम अलग नहीं है.
इनके बोलने का मतलब मेरा बोलना है. सांसद ने पूरी बातें तीर्थपुरोहित समाज के समक्ष रखी. सांसद ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि श्राइन बोर्ड की पिछली बैठक में शीघ्रदर्शनम की दर बढ़ाने की बात उठी थी. उस समय पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो डॉ सुरेश भारद्वाज व महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने विरोध किया था, लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खुद दर घटाने से इनकार कर दिया. इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है. मैं पूर्व की तरह आज भी आप सभी के साथ ही हूं. इसके बाद सारा माहौल ही खुशनुमा हो गया.
सांसद ने कूपन कटा कर की पूजा : इसके बाद सांसद डॉ निशिकांत ने मंदिर कर्मी को बुला कर पांच हजार में शीघ्रदर्शनम का 10 कूपन मंगवाया. इसके बाद वीआइपी प्रवेश द्वार का ताला खोला गया. फिर उधर से ही सभी लोगों को मंदिर में प्रवेश कराया गया.
सांसद को पता था कि होगा विरोध : गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को पहले से ही पता था कि मंदिर में उनका विरोध होगा. इसलिए मंदिर जाने के पूर्व उनके कार्यकर्ताआें द्वारा देवघर के पत्रकारों को फोन कर सूचना दी गयी थी कि सांसद बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जा रहे हैं. करीब एक दशक से सांसद रहे डॉ दुबे आज से पहले जब भी बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गये थे, कभी भी पत्रकारों को इसकी सूचना नहीं देते थे.

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