सरकार की विनाशकारी नीतियों से देश का सभी वर्ग चिंतित : रमेंद्र

सरकार की विनाशकारी नीतियों से देश का सभी वर्ग चिंतित : रमेंद्र

By SAROJ TIWARY | June 11, 2025 10:43 PM

प्रतिनिधि, भुरकुंडा भुरकुंडा के ऑफिसर्स क्लब में बुधवार को यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन का 13 वां केंद्रीय अधिवेशन संपन्न हो गया. अधिवेशन की शुरुआत सुशील कुमार सिन्हा ने झंडोत्तोलन कर की. अधिवेशन में पांच महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तावित हुए. इसमें सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नौ जुलाई को आयोजित देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया गया. मुख्य अतिथि पूर्व सांसद सह एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने केंद्र व राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया. कहा कि इनकी विनाशकारी नीतियों के कारण आज देश के मजदूर, किसान, युवा व आम-आवाम चिंतित हैं. सरकार कॉरपोरेट समर्थित बन गयी है. खेती से लेकर बाजार तक की समस्याओं के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं. नये लेबर कोड के माध्यम से मेहनतकश मजदूरों का अधिकार कुचला जा रहा है. निजीकरण करके स्थायी नौकरियों को समाप्त किया जा रहा है. हमारी यूनियन सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों की विरोधी है. हम सरकार की इन नीतियों के खिलाफ नौ जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने में लगे हैं. अधिवेशन में सीसीएल, बीसीसीएल व इसीएल कोयला क्षेत्र से करीब तीन सौ प्रतिनिधि जुटे थे. अधिवेशन को विनोद मिश्रा, विनोद बिहारी पासवान, राजेंद्र प्रसाद सिंह, संजीव कुमार, प्रेम कुमार, प्रह्लाद यादव, संन्यासी नायक, बीएन तिवारी, वरुण कुमार, अरुण कुमार चौधरी, राजेंद्र साव ने भी संबोधित किया. आयोजन को सफल बनाने में विकास कुमार, लखेंद्र राय, वरुण कुमार, अशोक राम, अनुज कुमार, एनके सिंह, मंगल नायक, मदन मोहन ओझा, भुलेटन सिंह, संतोष कुमार, आलोक, योगेंद्र ठाकुर, अफजल हुौन, वीरेंद्र पासवान, ओमप्रकाश सिंह का मुख्य योगदान रहा. अधिवेशन में पारित हुए चार प्रस्ताव : अधिवेशन में चर्चा के बाद चार प्रस्ताव पारित किये गये. इसमें चार श्रम संहिता को निरस्त करने के लिए आंदोलन करने, ठेकेदारी मजदूरों को संगठित करने व उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करने, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार आरआर पॉलिसी बनवाने व यूनियन की सदस्यता बढ़ाने का प्रस्ताव शामिल हैं. मजदूरों की आवाज है यूनियन : शत्रुघ्न : अधिवेशन में विशिष्ट अतिथि बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो ने कहा कि हमारी यूनियन हमेशा से मजदूरों की आवाज बनी है. मजदूरों के हित से बढ़ कर हमारे लिए कुछ नहीं है. नौ जुलाई की हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारी करें. देश की सत्ता पर जनविरोधी शक्ति काबिज है. ऐसी शक्ति को हम चट्टानी एकता के बल पर कुचल सकते हैं. अधिवेशन में मजदूरों के हित के लिए कुछ भी कर सकने का संकल्प लेना चाहिए. बेरोजगारों की है लंबी कतार : लखनलाल : यूनियन के वरिष्ठ नेता लखनलाल महतो ने कहा कि देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी है, लेकिन सरकार को इनकी तनिक भी चिंता नहीं है. सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण हो रहा है. इससे देश का भविष्य संकट में जा रहा है. यह समय मजदूर, किसान, युवाओं को एक साथ मिलकर चलने का है. अधिवेशन में हुआ कमेटी का पुनर्गठन : अधिवेशन में यूसीडब्ल्यूयू की केंद्रीय कमेटी का पुनर्गठन किया गया. कमेटी में अध्यक्ष बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो, महासचिव रमेंद्र कुमार, सचिव अशोक यादव, ढुल्लू महतो, रामजी शाह, नरेश मंडल, विनोद बिहारी पासवान, कोषाध्यक्ष जेपीएन सिन्हा, उपाध्यक्ष लखनलाल महतो, विंध्याचल बेदिया, रामस्वरूप, मो शरीफ, नंदु यादव, कार्यकारिणी सदस्य विकास कुमार, अनुज कुमार, वरुण कुमार, सुदेश प्रसाद, महादेव मांझी, विनोद मिश्रा, एसएनए जाफरी, ललित नारायण झा, बलराम नायक, भीम महतो, नवीन कुमार विश्वकर्मा, पंकज कुमार सिंह, जयनंदन महतो, राजेंद्र प्रसाद, पप्पू, अरविंद शर्मा, प्रेम कुमार, करमा मांझी, पशुपति कोल, गुरु प्रसाद हाजरा, तुलसी साव, अरशद हुसैन, संतोष गोगराई, नर्मदेश्वर पांडेय, विपिन राय, शिशिर कुमार महतो, छोटू राम, रघुनाथ प्रसाद, संन्यासी नायक, विजय कुमार तिवारी, विजय शेखर, साहेबराम मांझी, संघाली मुर्मू, उदय प्रसाद साहू, सत्येंद्र गुप्ता, मनोज मंडल चुने गये.

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