विस्थापितों ने प्रबंधन से मांगा नौकरी व मुआवजा

उरीमारी : सीसीएल बरका-सयाल की न्यू बिरसा परियोजना स्थित व्यू टावर में सीसीएल प्रबंधन व विस्थापित ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में बरका-सयाल के जीएम अजय सिंह उपस्थित थे. बैठक में विस्थापितों की समस्याओं पर चर्चा हुई. विस्थापितों की ओर से संजय करमाली ने जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास का मुद्दा उठाया. मूलभूत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 12:41 AM

उरीमारी : सीसीएल बरका-सयाल की न्यू बिरसा परियोजना स्थित व्यू टावर में सीसीएल प्रबंधन व विस्थापित ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में बरका-सयाल के जीएम अजय सिंह उपस्थित थे. बैठक में विस्थापितों की समस्याओं पर चर्चा हुई. विस्थापितों की ओर से संजय करमाली ने जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास का मुद्दा उठाया.

मूलभूत सुविधाएं, शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था करने की मांग की. विस्थापित प्रतिनिधियों ने कहा कि बर टोला के 62 में से सिर्फ 47 विस्थापितों को ही अब तक नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास की सुविधा मिली है. इसके कारण शेष विस्थापितों में असंतोष है. प्रबंधन इस मामले पर त्वरित पहल करे.
जीएम श्री सिंह ने कहा कि बर टोला की जमीन विस्थापितों द्वारा पूरी तरह खाली नहीं करने के कारण कोयला उत्पादन में गिरावट हुई है. ओबी डंप करने में भी परेशानी हो रही है. उन्होंने संबंधित विस्थापितों से शीघ्र जमीन खाली करने की बात कही. जमीन खाली होने के बाद शेष विस्थापितों को भी सभी तरह की सुविधाएं मिल जायेंगी.
विस्थापितों ने बैठक में कहा कि जब तक प्रबंधन उन्हें नौकरी, मुआवजा नहीं देगा, तक जमीन खाली नहीं किया जायेगा. बैठक में बीजीआर मैनेजर सत्यनारायण रेड्डी, प्रबंधन की ओर से पीओ पीके सिन्हा, मैनेजर रामेश्वर मुंडा, श्यामसुंदर प्रसाद, विस्थापितों की ओर से संतोष सिंह, गणेश गंझू, विकास करमाली, सूरज करमाली, विनोद हेंब्रम उपस्थित थे. इधर, पूरे मामले पर विस्थापित प्रतिनिधियों ने कहा कि 14 दिसंबर को विस्थापित ग्रामीणों की बैठक बुलायी जायेगी. बैठक में ही बर टोला की जमीन के संबंध में आगे निर्णय लिया जायेगा.

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