पत्थर खदानों के बंद होने से परेशान ग्रामीण, जेएमएम जिलाध्यक्ष का किया घेराव
लगभग एक माह से कई पत्थर खदान एवं क्रशर बंद रहने से क्षेत्र में बेरोजगारी की स्थिति गहराती जा रही है. खनन क्षेत्र के कई गांवों के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने खनन शुरू करने की मांग की है.
हिरणपुर. हिरणपुर अंचल क्षेत्र में बीते लगभग एक माह से कई पत्थर खदान एवं क्रशर बंद रहने से क्षेत्र में बेरोजगारी की स्थिति गहराती जा रही है. इसी समस्या को लेकर रविवार को खनन क्षेत्र के कई गांवों के सैकड़ों महिला-पुरुष ग्रामीण जेएमएम जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम के आवास घेराव कर खनन कार्य जल्द से जल्द चालू कराने की मांग की. ग्रामीणों का नेतृत्व मंझलाडीह के ग्राम प्रधान रिजवान अंसारी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि खनन क्षेत्र में कार्य ठप्प होने से मजदूर, वाहन चालक, हेल्पर और रैयत सभी का रोजगार बंद हो गया है. कई परिवारों को दो वक्त का भोजन जुटाना मुश्किल होता जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन द्वारा जल्द पहल नहीं की गयी तो ग्रामीण सड़क जाम कर उग्र आंदोलन करेंगे. वहीं मंझलाडीह के मुखिया वकील मरांडी ने भी कहा कि पत्थर खदान और क्रशर ही वर्षों से ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य आधार रहा है. अचानक खनन कार्य बंद होने से बच्चों की परवरिश और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. उन्होंने तुरंत हस्तक्षेप कर खनन कार्य पुनः शुरू कराने की मांग की. कहा कि अगर जल्द से जल्द प्रशासन द्वारा खनन एवं क्रशर संचालकों को खनन कार्य शुरू नहीं कराया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. उधर, स्थिति संभालने के लिए अंचलाधिकारी मनोज कुमार, थाना प्रभारी रंजन कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराया.
क्या कहते हैं जेएमएम जिलाध्यक्ष :
इस बाबत जेएमएम जिलाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम ने कहा कि खनन कार्य बंद होने से ग्रामीणों की रोजी-रोटी प्रभावित हुई है. जिला प्रशासन से वार्ता कर वैध पत्थर खदान एवं क्रशर को चालू कराने की दिशा में पहल की जाएगी. जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री से भी मिलकर समस्या रखी जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
