कुड़मि, कुर्मी व महतो को एसटी में शामिल करने का किया विरोध
संताल परगना समन्वय समिति ने विरोध रैली निकाली. समिति सूर्या हांसदा प्रकरण की सीबीआई जांच व कुड़मि, कुर्मी, महतो को एसटी में शामिल करने का विरोध कर रही थी.
पाकुड़. संताल परगना समन्वय समिति के बैनर तले आदिवासी समुदाय द्वारा आक्रोश रैली निकाली गयी. रैली के माध्यम से समिति सूर्या हांसदा प्रकरण की सीबीआई जांच व कुड़मि, कुर्मी, महतो को एसटी में शामिल करने का विरोध कर रही थी. रैली लड्डू बाबू आम बागान से प्रारंभ होकर शहर भ्रमण करते हुए डीसी कार्यालय पहुंची, जहां सभा में तब्दील हुई. इसके बाद डीसी के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया. रैली का नेतृत्व समिति के जिलाध्यक्ष अजय मरांडी ने किया. वक्ताओं ने कहा कि सूर्य नारायण हांसदा एक समाजसेवी थे, जिन्होंने चार बार विधानसभा चुनाव लड़ा और दो बार दूसरे स्थान पर रहे. वे अपने ट्रस्ट के माध्यम से एक आवासीय विद्यालय का संचालन करते थे, जहां अब भी लगभग 300 बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है. वर्तमान दौर में समाजसेवा करना, जल, जंगल, जमीन की रक्षा की बात करना गुनाह हो गया है. इसका खामियाजा सूर्य नारायण हांसदा को भुगतना पड़ा. कहा कि पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. कहा कि समिति सीबीआई जांच की मांग करते हुए पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई का विरोध करती है. इसके अलावा वक्ताओं ने कुड़मी, कुर्मी व महतो को एसटी में शामिल करने का विरोध किया. उन्होंने कहा कि वे अपने अधिकारों में कटौती बर्दाश्त नहीं करेंगे. कहा कि सरकार से मांग करते हैं कि हमारी मांग को पूरा किया जाए, नहीं तो यह आंदोलन संथाल परगना से निकालकर पूरे झारखंड में फैलेगा. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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