बंदियों की प्राथमिक शिक्षा व आश्रय गृह में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को जस्टिस ने बताया जरूरी

झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति संजय प्रसाद ने पाकुड़ का दौरा कर कई कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने सिविल कोर्ट में ई-सेवा केंद्र का उद्घाटन किया, बार एसोसिएशन के सदस्यों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया। जिला कारागार का निरीक्षण कर बंदियों की समस्याएं जानी, उनके लिए शिक्षा और rehabilitation की सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए। वृद्धाश्रम में विधिक साक्षरता क्लब व औषधालय का उद्घाटन किया एवं वृद्धजनों को फल, कपड़े वितरण किए। बाल आश्रय गृह में डिस्पेंसरी और कंप्यूटर कक्ष का शुभारंभ किया। साथ ही, प्रोजेक्ट समावेश के तहत जागरूकता रथ को रवाना किया। न्यायमूर्ति ने समाज में समावेशी विकास और स्वास्थ्य-शिक्षा सुविधाओं को अहम बताया।

By SANU KUMAR DUTTA | September 20, 2025 5:59 PM

हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति संजय प्रसाद का पाकुड़ दौरा, विभिन्न कार्यक्रमों में हुए शामिल नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति संजय प्रसाद शुक्रवार को पाकुड़ पहुंचे और शनिवार को दिनभर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया. सबसे पहले वे सिविल कोर्ट पहुंचे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने बार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक की और विधिक विषयों पर चर्चा की. उन्होंने सिविल कोर्ट परिसर में ई-सेवा केंद्र का उद्घाटन किया और इसके संचालन की जानकारी ली. न्यायमूर्ति संजय प्रसाद ने जिला कारागार का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने अस्पताल, चिकित्सा सुविधा, भोजन, स्वच्छ पेयजल, शिक्षा व्यवस्था, दूरभाष सुविधा और बैरकों की स्थिति का अवलोकन किया. उन्होंने पुरुष और महिला बंदियों से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने जेल प्रशासन को निर्देश दिया कि जो बंदी शिक्षा लेना चाहते हैं, उन्हें प्राथमिक शिक्षा की सुविधा दी जाये. निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रोजेक्ट परिवर्तन के तहत आरसेटी द्वारा प्रशिक्षित कैदियों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया और फुटबॉल किट वितरित किया. महिला कैदियों और बच्चों के बीच पुस्तकें और खिलौने बांटे गये. उन्होंने लाइब्रेरी में अध्ययनरत बंदियों से संवाद कर प्रसन्नता व्यक्त की. नशा मुक्ति अभियान से जुड़े कैदियों को भी सम्मानित किया गया. उन्होंने इस पहल को वंचित जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का सराहनीय प्रयास बताया. उपायुक्त मनीष कुमार ने जानकारी दी कि यह कार्यक्रम पिछले छह माह से संचालित है और आगे भी जारी रहेगा. वृद्धाश्रम में विधिक साक्षरता क्लब व औषधालय का किया उद्घाटन इसके बाद न्यायमूर्ति संजय प्रसाद ने सोनाजोड़ी स्थित वृद्धाश्रम परिसर में विधिक साक्षरता क्लब और औषधालय का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के लिए विधिक जागरुकता और स्वास्थ्य सुविधाएं जीवन की गरिमा और सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं. विधिक साक्षरता क्लब से उन्हें संवैधानिक अधिकारों और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी. औषधालय से नियमित स्वास्थ्य जांच और दवाओं की सुविधा उपलब्ध होगी. उन्होंने वृद्धजनों के बीच फल और कपड़ों का वितरण किया तथा परिसर में पौधरोपण भी किया. बाल आश्रय गृह में डिस्पेंसरी एवं कंप्यूटर कक्ष का किया उद्घाटन चापाडांगा स्थित बाल आश्रय गृह में उन्होंने नवस्थापित डिस्पेंसरी और कंप्यूटर कक्ष का उद्घाटन किया. प्रोजेक्ट समावेश के अंतर्गत जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. उन्होंने कहा कि आश्रय गृह में रह रहे बच्चों, महिलाओं और वृद्धजनों के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कंप्यूटर शिक्षा को बच्चों के मनोबल को बढ़ाने वाला बताया और उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने की बात कही. उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा प्रोजेक्ट समावेश के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की योजनाएं समाज में समावेशी वातावरण के निर्माण में सहायक सिद्ध होंगी. इसमें जिला प्रशासन के साथ-साथ नालसा एवं डालसा की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. बच्चों द्वारा प्रस्तुत गीत, पेंटिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की गयी और उन्हें सम्मानित भी किया गया. इसके बाद उन्होंने वृद्धा आश्रम का दौरा कर वृद्धजनों से मुलाकात की. बार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठकर सुनी समस्याएं सिविल कोर्ट में बार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक कर न्यायमूर्ति ने उनकी समस्याएं सुनीं. सचिव ने एपीपी, स्टेनो, टाइपिस्ट और ट्रांस्लेटर की कमी की बात रखी. कन्ज्यूमर फोरम में अध्यक्ष का पद रिक्त होने से कार्रवाई प्रभावित हो रही है. न्यायमूर्ति ने इन मुद्दों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया. उन्होंने युवाओं को कानून के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता बतायी, ताकि भविष्य में योग्य न्यायिक अधिकारी निकल सकें. अंत में उन्होंने सिविल कोर्ट परिसर में पौधरोपण कर जेजेबी बोर्ड, मीडिएशन सेंटर और विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया. इसके बाद ई-सेवा केंद्र का उद्घाटन कर इसके संचालन की जानकारी ली.

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