डीसी व सीएस ने एनीमिया जागरूकता रथ को किया रवाना
कहा कि एनीमिया रोकी जा सकने वाली स्वास्थ्य समस्या है. जन-जागरूकता, संतुलित एवं पोषक आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच तथा समय पर उपचार से इसपर नियंत्रण संभव है.
पाकुड़. जिले को एनीमियामुक्त बनाने के संकल्प के तहत एनीमिया जागरूकता रथ को उपायुक्त मनीष कुमार एवं सिविल सर्जन डॉ सुरेन्द्र कुमार मिश्रा एवं सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ मनीष कुमार ने पुराना सदर अस्पताल परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह अभियान 30 दिसंबर तक कैंपेन मोड में निरंतर संचालित किया जाएगा. इस अवसर पर उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि एनीमिया एक गंभीर किंतु पूर्णतः रोकी जा सकने वाली स्वास्थ्य समस्या है. जन- जागरूकता, संतुलित एवं पोषक आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच तथा समय पर उपचार के माध्यम से इस समस्या पर प्रभावी नियंत्रण संभव है. उन्होंने कहा कि जागरूकता ही एनीमिया उन्मूलन का सबसे सशक्त माध्यम है. उन्होंने बताया कि यह जागरूकता रथ जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को एनीमिया के लक्षण, कारण एवं रोकथाम के संबंध में जागरूक करेगा. रथ के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी संदेशों का प्रचार, सूचना सामग्री का वितरण एवं आवश्यक परामर्श भी प्रदान किया जाएगा. जागरूकता रथ पर अंकित संदेश —हमने यह ठाना है, एनीमियामुक्त पाकुड़ बनाना है. जिले के नागरिकों को स्वस्थ जीवनशैली एवं पोषणयुक्त आहार अपनाने हेतु प्रेरित करेगा. जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने जिलेवासियों से इस अभियान में सक्रिय सहभागिता की अपील करते हुए स्वस्थ, सशक्त एवं एनीमिया मुक्त पाकुड़ के निर्माण में सहयोग करने का आह्वान किया है.
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