टोरी कोल साइडिंग पर उग्रवादियों का हमला

चंदवा (लातेहार) : प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी के सशस्त्र दस्ते ने गुरुवार रात 10.10 बजे टोरी कोल साइडिंग पर हमला कर दिया. करीब एक घंटे तक जम कर उत्पात मचाया. साइडिंग पर काम करनेवाले लोगों और मजदूरों को पीटा. साइडिंग परिसर में खड़े करीब एक दर्जन वाहनों में आग लगा दी. इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष लाल अमित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 1:24 AM

चंदवा (लातेहार) : प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी के सशस्त्र दस्ते ने गुरुवार रात 10.10 बजे टोरी कोल साइडिंग पर हमला कर दिया. करीब एक घंटे तक जम कर उत्पात मचाया. साइडिंग पर काम करनेवाले लोगों और मजदूरों को पीटा. साइडिंग परिसर में खड़े करीब एक दर्जन वाहनों में आग लगा दी.

इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष लाल अमित नाथ शाहदेव का हाइवा भी शामिल है. उग्रवादियों ने 100 राउंड से ज्यादा फायरिंग की. किसी तरह साइडिंग पर काम कर रहे लोग जान बचाकर भागे. घटनास्थल से चंदवा थाना की दूरी महज एक किमी है. घटना के तत्काल बाद थानेदार मोहन पांडेय को साइडिंग के कर्मियों द्वारा सूचना दी गयी.
लेकिन वे करीब 45 मिनट बाद आधा दर्जन फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. उस वक्त उग्रवादी ताबड़ताेड़ फायरिंग कर रहे थे. महज छह जवानों के साथ पहुंचे थानेदार ने सुरक्षित मोर्चा संभाला और फायरिंग शुरू की. उग्रवादियों के 100 चक्र से ज्यादा के जवाब में पुलिस द्वारा 50 चक्र फायरिंग किये जाने की बात सामने आयी. साइडिंग से सटे लाल अरविंद नाथ शाहदेव, भाजपा जिलाध्यक्ष लाल अमित नाथ शाहदेव व संतोष सिंह ने उग्रवादी घटना के बाद अपने लाइसेंसी हथियार से गोलियां चलायी. उग्रवादियों को लगा कि दोनों तरफ से पुलिस ने घेर लिया है.
इस वजह से उग्रवादी दस्ता पश्चिम दिशा में अंधेरे का लाभ उठा कर जंगल की ओर भाग गया. ऐसा नहीं होने की सूरत में उग्रवादी साइडिंग पर खड़े करीब सौ हाइवा को आग के हवाले कर देते. देर रात पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को इसकी सूचना मिली. जब मुख्यालय अलर्ट हुआ, तो लातेहार एसपी प्रशांत आनंद दल-बल के साथ रात करीब 12 बजे मौके वारदात पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया.
हालांकि इससे पूर्व उग्रवादी मौके से भागने में सफल रहे. घटना के बाद टोरी-बालूमाथ सड़क मार्ग पर पुलिस ने कोयला लदे सहित अन्य वाहनों का परिचालन रोक दिया. साइडिंग से जुड़े लाेगों की मानें तो घटना में कंपनी को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. कोल साइडिंग पर उग्रवादियों का यह पहला हमला नहीं है. इससे पूर्व भी साइडिंगों पर पुलिस का हमला होते रहा है. लेकिन पुलिस के स्तर पर सुरक्षा को लेकर ठोस इंतजाम नहीं किये गये थे.

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