JAC Paper Leak Case: कोडरमा/गिरिडीह-झारखंड बोर्ड 10वीं की परीक्षा का हिंदी और विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र गिरिडीह से लीक हुआ था. गिरिडीह में जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये अस्थायी स्ट्रांग रूम में प्रश्नपत्र ट्रक से अनलोड करने के दौरान सील पैक खोला गया था. इसके बाद प्रश्न पत्र का मोबाइल से फोटो खींचकर पीडीएफ बना लिया गया, जिसे बाद में पैसे लेकर कई लोगों को उपलब्ध कराया गया और यही प्रश्नपत्र वायरल भी हुआ. कोडरमा पुलिस ने प्रश्न पत्र लीक मामले का पांच दिनों के अंदर खुलासा करते हुए गिरिडीह के न्यू बरगंडा से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में रोहित कुमार, मुकेश कुमार, लालमोहन कुमार, अंशु कुमार पांडेय, कृष्णा कुमार पांडेय और कमलेश कुमार शामिल हैं. सभी के उम्र का सत्यापन किया जा रहा है. इनके पास से 10वीं विज्ञान का प्रश्नपत्र, कंबल व चटाई (इसी पर प्रश्नपत्र रखकर फोटो खींचा गया था) तथा छह मोबाइल बरामद किया गया है. कमलेश मास्टरमाइंड बताया जाता है. पूरे मामले की जानकारी मंगलवार को कोडरमा के पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिंह ने दी.
पेपर लीक के आरोपी ऐसे आए गिरफ्त में
एसपी के अनुसार विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से 20 फरवरी को जैक द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में मरकच्चो थाना में कांड संख्या 14/25 दर्ज किया गया था. कांड के उद्भेदन और इसमें संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कई विशेष टीम का गठन किया गया. जांच के क्रम में मिली सूचना के आधार पर सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि को गिरिडीह जिला के नगर थाना क्षेत्र के न्यू बरगंडा क्षेत्र से रोहित कुमार नामक एक व्यक्ति को पकड़ा गया. इसकी निशानदेही पर अन्य पांच आरोपियों को पकड़ा गया. यह छापेमारी कोडरमा एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में बनी पुलिस टीम ने की. पकड़े गये आरोपियों को कोडरमा लाकर पूछताछ की गयी.
मजदूर के रूप में प्रश्नपत्र अनलोड करने गये थे आरोपी
जानकारी के अनुसार पकड़े गये आरोपी छात्र हैं और गिरिडीह में एक किराये के मकान में रहकर पढ़ाई करते थे. पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए सभी समय-समय पर मजदूरी भी करते थे. जब जैक द्वारा ट्रक से भेजे गये प्रश्न पत्र को गिरिडीह के कसाई मोहल्ले के पास जिला जनसंपर्क विभाग कार्यालय के पीछे स्थित शहरी आजीविका केंद्र में बनाये गये अस्थायी स्ट्रांग रूम में उतारना था, तो संबंधित ठेकेदार ने इन लोगों को मजदूरी पर रखकर प्रश्न पत्र की ढुलाई करायी थी. पुलिस से पूछताछ के क्रम में आरोपियों ने बताया कि इन्हें गिरिडीह जिला में प्रश्न पत्र वाहन से उतारने के लिए मजदूर के रूप में कार्य पर लगाया गया था. प्रश्न पत्र वाहन से उतारने के दौरान सील पैक प्रश्न पत्र को ब्लेड से काटकर उसमें से निकाला गया एवं उसका पीडीएफ बनाकर वायरल किया गया. आरोपियों के मोबाइल में प्रश्न पत्र पाया गया.
कंबल और चटाई पर रखकर बनाया था पीडीएफ
जांच के क्रम में इन लोगों के पास से 10वीं विज्ञान के प्रश्न पत्र भी पाये गये. प्रश्न पत्र का पीडीएफ बनाते समय प्रश्न पत्र जिस कंबल एवं चटाई में रखा गया था, उसका फोटो पीडीएफ में आया है. उस चटाई एवं कंबल को भी बरामद किया गया है. आरोपियों में कमलेश ने प्रश्नपत्र को अन्य किसी को व्हाट्सऐप पर भेजा. कुछ लोगों से हजारों रुपये तक वसूले और बाद में यही प्रश्नपत्र वायरल हो गया. कोडरमा पुलिस का दावा है कि आरोपियों द्वारा सिर्फ दसवीं हिंदी और विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र लीक किया गया है. ये सिर्फ दो विषयों का ही प्रश्न पत्र चुरा कर उसका फोटो खींचने में सफल रहे. अन्य किसी विषय के प्रश्न पत्र लीक करने की बात की पुष्टि नहीं हुई है.
तीन ट्रकों से लाये गये थे प्रश्नपत्र
जैक ने गिरिडीह जिले के लगभग 95 केंद्रों के लिए जो प्रश्नपत्र भेजे थे, उसे तीन ट्रकों में लाया गया था. गिरिडीह के कुरैशी मोहल्ले के पास जिला जनसंपर्क कार्यालय के पीछे स्थित शहरी आजीविका केंद्र में बनाये गये स्ट्रांग रूम में ये प्रश्नपत्र रखे गये थे. चूंकि स्ट्रांग रूम परिसर के अंदर तीन में से एक ट्रक बड़ा रहने के कारण नहीं जा पा रहा था, इसलिए टोटो को किराये पर लेकर प्रश्नपत्र अंदर पहुंचाया गया. इसी दौरान ढुलाई कर रहे मजदूर छात्रों ने प्रश्नपत्र गायब कर दिया.
छह किए गए हैं अरेस्ट-एसडीपीओ
कोडरमा एसडीपीओ अनिल सिंह ने बताया कि छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें चार छात्र पार्ट टाइम मजदूरी किया करते थे. आरोपियों में एक 10वीं का परीक्षार्थी था, वहीं अन्य छात्र नौवीं व 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे. गिरफ्तार छात्रों ने पुलिस को वह स्थल भी दिखाया, जहां से प्रश्न पत्र गायब किये गये थे. इनके पास से छह मोबाइल, 10वीं साइंस का प्रश्नपत्र, कंबल और चटाई मिले हैं. अनुसंधान जारी है.
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