डाॅ नीरा को ही मिला टिकट, अब टाइट होगा फाइट

कोडरमा : आखिरकार सभी लोग बेसब्री से जिसका इंतजार कर रहे थे उसकी घोषणा हो गयी. अन्य दलों की अपेक्षा भाजपा किस दावेदार का टिकट फाइनल करती है यह जिले में पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ था, पर रविवार शाम को पार्टी की प्रेस वार्ता के बाद इन सभी चर्चाओं पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 11, 2019 12:26 AM

कोडरमा : आखिरकार सभी लोग बेसब्री से जिसका इंतजार कर रहे थे उसकी घोषणा हो गयी. अन्य दलों की अपेक्षा भाजपा किस दावेदार का टिकट फाइनल करती है यह जिले में पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ था, पर रविवार शाम को पार्टी की प्रेस वार्ता के बाद इन सभी चर्चाओं पर विराम लग गया. पार्टी के अंदर व बाहर हो रहे तमाम विरोधों के बावजूद शिक्षा मंत्री सह निवर्तमान विधायक डाॅ नीरा यादव टिकट प्राप्त करने में सफल रही.

डाॅ नीरा को टिकट मिलने की घोषणा के बाद जिला भाजपा में जिस तरह सन्नाटे का आलम दिखा उसके कई मायने निकलकर सामने आ रहे हैं. देर शाम तक जिला भाजपा की ओर से एक बधाई संदेश तक जारी नहीं किया गया. एक-दो जगहों पर जरूर पार्टी समर्थकों ने मिठाई बांटी व आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया. ऐसे में शिक्षा मंत्री को चुनावी मैदान में उतरने से पहले किस तरह की चुनौतियों से जूझना होगा ये बातें भी सामने आ रही है.

हालांकि, कुछ लोगों की मानें तो जब पिछली बार वर्ष 2014 में भी अन्य दावेदारों की जगह डाॅ नीरा यादव को टिकट मिला था तो संगठन का एक धड़ा पूरी तरह से अलग रहा था. चुनाव तक पार्टी के बड़े नेताओं का एक गुट अलग रहा, बावजूद नीरा यादव ने कद्दावर नेता रही राजद की अन्नपूर्णा देवी का किला ध्वस्त कर दिया था. इस बार स्थितियां कुछ बदली है. अन्नपूर्णा भाजपा में शामिल होकर कोडरमा से सांसद निर्वाचित हो गयी है. ऐसे में कोडरमा में विपक्ष को मजबूत उम्मीदवार की तलाश है. अब जब भाजपा ने टिकट डाॅ नीरा यादव को दे दिया है तो उन्हें पार्टी संगठन को एक साथ लाकर आगे बढ़ने की चुनौती के साथ ही अन्य कई प्रकार की चुनौतियों से दो-चार होना पड़ सकता है.

खासकर पार्टी के अंदर आधा दर्जन से अधिक दावेदारों में से मजबूत दावेदार मानी जा रही जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्त, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष डाॅ नरेश पंडित, जिलाध्यक्ष रामचंद्र सिंह या कोई और बागी हुआ तो अभ्रक नगरी में मुकाबला दिलचस्प होगा. हालांकि, इन टिकट के दावेदारों ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है. प्रभात खबर ने इनमें से कुछ दावेदारों से बात की तो सभी ने कहा कि आगे जो कार्यकर्ता कहेंगे उसके अनुसार कदम उठाया जायेगा.

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