नागाडीह हत्याकांड : पीड़ित परिवार से मिले अमन बिरादरी के सदस्य

जमशेदपुर : बागबेड़ा के नागाडीह गांव में 18 मई 2017 को चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या के मामले में दिल्ली की ‘अमन बिरादरी’ संस्था की 20 सदस्यीय टीम गुरुवार को जुगसलाई में पीड़ित परिवार से मिले. उत्तम गुप्ता के घर पर संस्थान के सदस्यों ने घटना की जानकारी ली और परिजनों की बातचीत को रिकॉर्ड […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2019 7:46 AM

जमशेदपुर : बागबेड़ा के नागाडीह गांव में 18 मई 2017 को चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या के मामले में दिल्ली की ‘अमन बिरादरी’ संस्था की 20 सदस्यीय टीम गुरुवार को जुगसलाई में पीड़ित परिवार से मिले. उत्तम गुप्ता के घर पर संस्थान के सदस्यों ने घटना की जानकारी ली और परिजनों की बातचीत को रिकॉर्ड किया. संस्था के अध्यक्ष हर्ष मंडेर ने कहा कि यह मामला राजनीतिक साजिश का है.

मॉब लिंचिंग की घटनाएं पूरे देश में हो रही हैं. इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने की जरूरत है. संस्था के सदस्य परिवार के लोगों की मन:स्थिति समझने और उन्हें ढांढ़स बंधाने के उद्देश्य से यहां पहुंचे थे. यह तीसरी बार है जब संस्था के सदस्य आये हैं.
हर्ष ने बताया कि देश भर में जहां कहीं मॉब लिंचिंग की घटनाएं होती है वहां पर संस्था के सदस्य पहुंचते हैं. वे परिवार के सदस्यों की समस्या और दर्द को जानने का प्रयास करते हैं. इस प्रयास को संस्था ने मोहब्बत नाम दिया है.
सीबीआइ जांच की मांग कर रहा परिवार. भुक्तभोगी परिवार मामले में सीबीआइ जांच की मांग कर रहा है. बावजूद इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की गयी है.
18 मई 2017 को घटी थी घटना
नागाडीह में 8 मई 2017 को जुगसलाई के गौतम वर्मा, विकास वर्मा, रामसखी देवी और गंगेश गुप्ता की ग्रामीणों ने समूह में घेराबंदी कर पीट पीटकरकर हत्या कर दी थी.
घटना में गौतम, विकास और गंगेश की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि घायल वृद्धा रामसखी देवी की मौत एक माह तक टीएमएच में चले इलाज के दौरान हुई थी. घटना के सवा दो साल बाद भी पीड़ित परिवार न्याय की आस लगाये बैठा है. मामले में अब तक 25-26 लोग जेल जा चुके हैं जबकि नौ फरार हैं. गिरफ्तार आरोपियों में आधे से अधिक को जमानत मिल चुकी है.

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