जमशेदपुर : मां के कैंसर के इलाज में पैसे खर्च हुए इसलिए डॉक्टर से मांगी थी रंगदारी

डॉ एसके कुंडू पर फायरिंग करनेवाले दो गिरफ्तार, किया खुलासा गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो नकली खिलौना पिस्तौल बरामद जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ एसके कुंडू पर फायरिंग करने वाले दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधी सरफराज आलम उर्फ छोटू आजादनगर का व उसका साथी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 15, 2019 7:38 AM
डॉ एसके कुंडू पर फायरिंग करनेवाले दो गिरफ्तार, किया खुलासा
गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो नकली खिलौना पिस्तौल बरामद
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ एसके कुंडू पर फायरिंग करने वाले दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधी सरफराज आलम उर्फ छोटू आजादनगर का व उसका साथी शाहिद खान उर्फ शहजादा कपाली का रहनेवाला है. फायरिंग की वारदात के चौथे दिन मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अनूप बिरथरे ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार सरफराज की मां को कैंसर था.
उसकी मां का इलाज डॉ एसके कुंडू ने किया था. लेकिन वह ठीक नहीं हो सकी थी. बेहतर इलाज के लिए सरफराज मां को मुंबई ले गया था. वहां डॉक्टर ने बताया कि उसकी मां को गलत तरीके से कीमो चढ़ाया गया था. जिसके कारण उन्हें बचाना मुश्किल है. कुछ दिनों बाद उसकी मां की मौत हो गयी थी.
मां के इलाज में सरफराज को काफी पैसे खर्च हो गये थे. जिसके कारण वह आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था. इसी कारण उसने डॉ एसके कुंडू से रंगदारी मांगी और फायरिंग की. दोनों के पास से दो नकली खिलौना पिस्तौल बरामद की गयी है. वहीं फायरिंग में प्रयुक्त बाइक व रंगदारी में इस्तेमाल की गयी मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस ने फायरिंग के दौरान पहने गये दोनों के कपड़े भी जब्त कर लिये हैं. बरामद पिस्तौल एक लाइटर है, जबकि दूसरा बैलून फोड़नेवाली पिस्तौल है. दोनों के खिलाफ अब तक कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है.
गिरफ्तार युवक झूठ बोल रहे हैं : मृत्युंजय सिंह
आइएमए के जिला महासचिव मृत्युंजय सिंह ने डॉ कुंडू पर फायरिंग करनेवाले दोनों युवकों को गिरफ्तार करने पर पुलिस को बधाई दी है.
उन्होंने कहा कि अब डॉक्टर निर्भीक होकर काम कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार युवक द्वारा दिया गया यह बयान झूठा है कि उनकी मां के इलाज में ज्यादा पैसे खर्च हुए. जबकि सरफराज की मां का इलाज आयुष्मान भारत के तहत किया गया. जिसके कारण इलाज में खर्च नहीं हुआ.

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