जमशेदपुर : 15 दिनों में नहीं नियुक्त हुए सीनियर रेजीडेंट तो फंस जायेंगी एमबीबीएस की 100 सीटें

जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज की 100 सीटों को बचाने के लिए एक बार फिर जद्दोजहद करना पड़ेगा. कारण है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 10 सीनियर रेजीडेंट का कार्यकाल 31 दिसंबर तक खत्म हो रहा है. हालांकि इन्हें अगले नौ जनवरी तक एक्सटेंशन दिया गया है. लेकिन इस एक्सटेंशन से कॉलेज प्रबंधन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 28, 2018 4:38 AM
जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज की 100 सीटों को बचाने के लिए एक बार फिर जद्दोजहद करना पड़ेगा. कारण है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 10 सीनियर रेजीडेंट का कार्यकाल 31 दिसंबर तक खत्म हो रहा है. हालांकि इन्हें अगले नौ जनवरी तक एक्सटेंशन दिया गया है. लेकिन इस एक्सटेंशन से कॉलेज प्रबंधन का टेंशन खत्म नहीं होने वाला है.
कारण है कि मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया के नियमों के अनुसार अगर मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों पर एडमिशन लेना है, तो वहां कम से कम 26 सीनियर रेजीडेंट होने चाहिए. लेकिन उक्त 10 सीनियर रेजीडेंट का कार्यकाल खत्म होने के बाद सिर्फ 19 सीनियर रेजीडेंट ही बचेंगे.
इस स्थिति में एक बार फिर कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटों का संचालन खतरे में होगा. गौरतलब है कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सीनियर रेजीडेंट के लिए कुल 109 पद स्वीकृत हैं. लेकिन इसमें सिर्फ 29 सीनियर रेजीडेंट ही कार्यरत हैं. जिसमें 10 की सेवा समाप्त होने जा रही है.
पीजी की सीटों के लिए निरीक्षण को आयेगी एमसीआइ. एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पीजी में एडमिशन हो सकेगा. इसके लिए पिछले दिनों सरकार की अोर से सारी प्रक्रियाअों को पूरा कर लिया गया है. मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया की अोर से एक बार कॉलेज का निरीक्षण भी किया जा चुका है, लेकिन नियम के अनुसार तीन बार निरीक्षण के बाद रिपोर्ट सकारात्मक आने के बाद ही पीजी में एडमिशन हो सकेगा. जानकारी के अनुसार जनवरी में दूसरी बार निरीक्षण के लिए टीम आने वाली है.
100 सीटों के मामले में एमसीआइ ने कोर्ट में मांग लिया है समय
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटों पर एडमिशन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कॉलेज प्रबंधन को 100 सीटों पर एडमिशन लेने के लिए सशर्त अनुमति प्रदान की है. लेकिन एमसीआइ की अोर से पूर्व में की गयी जांच के बाद सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपने पक्ष को रखने के लिए एमसीआइ ने समय मांग लिया है. इस वजह से यह मामला फिलहाल लंबित है.
इसी बीच कॉलेज संचालन के लिए आधारभूत संरचनाअों को दुरुस्त करने के लिए पहल की जा रही है. कॉलेज में स्मार्ट क्लास व इ लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है. इसके अलावा भी कुछ बिंेदुओं पर काम चल रहा है.
स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए सीनियर रेजीडेंट की हो रही बहाली
एमजीएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सीनियर रेजीडेंट की भारी कमी को देखते हुए बहाली शुरू की गयी है. इसके लिए काउंसेलिंग चल रही है. काउंसेलिंग के बाद उम्मीद है कि कॉलेज में करीब सात सीनियर रेजीडेंट की बहाली होगी.
हालांकि यह संख्या नाकाफी है. यही कारण स्वास्थ्य विभाग की अोर से यह भी तय किया गया है कि इस बहाली के बाद भी अगर जरूरत के अनुसार सीनियर रेजीडेंट को कमी को नहीं पूरा किया जा सकेगा, तो फिर से इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

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