ढाई महीने बाद भी नहीं हटा मलबा, दुकानदार व खरीदारों को हो रही परेशानी
जमशेदपुर : बागबेड़ा हाट को अतिक्रमण मुक्त व किसानों के कृषि उपज को प्राथमिकता देने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था. कृषि उत्पादन बाजार समिति ने ढाई महीने बाद भी बागबेड़ा हाट से अतिक्रमण का मलबा नहीं हटाया है. इससे दुकानदारों को हाट में बैठने में काफी दिक्कत हो रही है. वे बेतरतीब […]
जमशेदपुर : बागबेड़ा हाट को अतिक्रमण मुक्त व किसानों के कृषि उपज को प्राथमिकता देने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था. कृषि उत्पादन बाजार समिति ने ढाई महीने बाद भी बागबेड़ा हाट से अतिक्रमण का मलबा नहीं हटाया है. इससे दुकानदारों को हाट में बैठने में काफी दिक्कत हो रही है. वे बेतरतीब तरीके से बैठ रहे हैं.
खरीदारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाजार समिति प्रबंधन ने हाट की जमीन को समतलीकरण कर व्यवस्थित तरीके से दुकानदारों को बैठाने व हाट को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए चारों ओर कंटीले तार से चारदीवारी करने का आश्वासन दिया था. वर्तमान समय में हाट फिर से पुरानी स्थिति में आ गयी है. हाट में गंदगी का अंबार है. मांस-मछली की दुकानें हाट के बीच में ही लग रही है. वर्जित होने के बावजूद बांस-बल्ली व प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है.
विदित हो कि बागबेड़ा हाट को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए बाजार समिति के अध्यक्ष सह एसडीओ माधवी मिश्रा ने घंटों वहां खड़े होकर अतिक्रमण हटवाया था. इसमें 200 झोपड़ीनुमा व पक्के दुकान को तोड़ा गया था. दुकानदार मनोज कुमार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए हाट प्रांगण से मलबा को हटाया जाना चाहिए था, लेकिन ढाई महीने बाद भी मलबा जस को तस है.
समतलीकरण भी नहीं हुआ है. हाट प्रांगण में सुविधा के नाम पर फिलहाल कुछ भी नहीं है. दुकानदार विजय कुमार सिंह हाट में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. पीने का पानी, शेड आदि का अविलंब व्यवस्था होना चाहिए. हाट को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए चारदीवारी बननी चाहिए.