जुमे की नमाज के बाद निकाला विरोध मार्च
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को हजारीबाग जामा मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम धर्मावलंबियों ने विरोध मार्च निकाला.
हजारीबाग. कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को हजारीबाग जामा मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम धर्मावलंबियों ने विरोध मार्च निकाला. खिदमत-ए-खल्क कमेटी द्वारा आयोजित उक्त विरोध मार्च का नेतृत्व जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती अब्दुल जलील, समाजसेवी इरफान अहमद काजू, सरफराज अहमद व शकील बिहारी ने संयुक्त रूप से किया. मार्च जामा मस्जिद से निकलकर विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस जामा मस्जिद पहुंचा. मार्च में शामिल लोग हाथों में पाकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, हिंदुस्तान जिंदाबाद लिखी तख्ती लिए हुए थे. मौके पर जामा मस्जिद इमाम मुफ्ती अब्दुल जलील ने कहा कि बेकसूर सैलानियों की हत्या माफी योग्य नहीं है. इस कृत्य में शामिल आतंकवादियों और उनके आकाओं के विरुद्ध भारत सरकार कड़ी कार्रवाई करें. मार्च को सफल बनाने में मो साहिब, मकसीर आलम, मो गालिब, कमाल कुरैशी, परवेज अहमद, वारिस अहमद, अफान अहमद, महताब आलम व रफत इमाम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
काली पट्टी बांधकर अदा की जुमे की नमाज
चौपारण. चयकला/ मुहल्ला जामुन चक की रजा मस्जिद में नमाजियों ने बांह में काली पट्टी बांध कर जुमे की नमाज अदा की. नमाज अदा करने के बाद उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया. मौके पर मौलाना कफील अहमद कैफी ने कहा पर्यटकों पर हमले करने वाले आतंकियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. पीएम मोदी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जो भी फैसला लेंगे, हम उनके हर फैसले का समर्थन करेंगे. इस अवसर पर मौलाना असगर अली, दानिश रजा, ताज रजा, शालू रजा, कोमैल अशरफ, आशिफ रजा, बबन खान, शमीम खान, जमील खान, जुबैर अशरफी, पप्पू खान, शाहिद खान, जफर खान, मुन्ना खान, बबन खान आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
