डीसी व एएसपी समेत 25 अफसरों पर दर्ज करें केस

चिरुडीह पुलिस फायरिंग. न्यायिक दंडाधिकारी का निर्देश हजारीबाग : चिरुडीह पुलिस फायरिंग मामले में हजारीबाग के डीसी, एएसपी, एसडीपीओ, सीओ, एनटीपीसी के अधिकारी समेत 25 लोगों के विरुद्ध बड़कागांव थाना में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. यह निर्देश न्यायिक दंडाधिकारी ऋचा श्रीवास्तव ने दिया है. बड़कागांव विधायक निर्मला देवी के परिवाद पत्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2017 6:24 AM
चिरुडीह पुलिस फायरिंग. न्यायिक दंडाधिकारी का निर्देश
हजारीबाग : चिरुडीह पुलिस फायरिंग मामले में हजारीबाग के डीसी, एएसपी, एसडीपीओ, सीओ, एनटीपीसी के अधिकारी समेत 25 लोगों के विरुद्ध बड़कागांव थाना में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है.
यह निर्देश न्यायिक दंडाधिकारी ऋचा श्रीवास्तव ने दिया है. बड़कागांव विधायक निर्मला देवी के परिवाद पत्र की सुनवाई के बाद सीआरपीसी की धारा-156 के तहत मामला दर्ज करने के लिए थाना को भेजा गया है. जिन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही गयी है, उनमें तत्कालीन डीसी रविशंकर शुक्ला, एएसपी ऑपरेशन कुलदीप कुमार, एसडीपीओ प्रदीप पाल कच्छप, बड़कागांव सीओ शैलेश सिंह, निदेशक नारायण विज्ञान प्रभाकर शाािमल है.
इनके अलावा इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार सिंह, थाना प्रभारी अकील अहमद, एसआइ राजीव कुमार सिंह, सुदामा कुमार दास, एसआइ प्रेमानंद महतो, एएसआइ मुनीब राम, एनटीपीसी अधिकारी सुलोकी चारला, गोपालाकृष्णन, एनटीपीसी अधिकारी अलगप्पा सुब्रह्मण्यम समेत 25 लोग के नाम शामिल हैं.
पुलिस फायरिंग में चार ग्रामीणों की हुई थी मौत
एक अक्तूबर 2016 को चिरुडीह में भू-रैयतों द्वारा एनटीपीसी के विरुद्ध कफन सत्याग्रह चलाया जा रहा था. आंदोलन को असफल करने के उद्देश्य से एनटीपीसी और जिला प्रशासन ने अभियान चलाया था.
इसके तहत सत्याग्रह आंदोलन में शामिल विधायक निर्मला देवी को सत्याग्रह स्थल से गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद रैयतों व ग्रामीणों ने पुलिस से निर्मला देवी को जबरन छुड़ा लिया था. पुलिस ने रैयतों पर फायरिंग की थी, जिसमें महताब आलम व रंजन राम समेत चार ग्रामीणों की मौत हो गयी थी. निर्मला देवी ने इस पूरे घटनाक्रम को अपनी आंखों से देखा था. इसी के आधार पर विधायक ने कोर्ट में मामला दर्ज किया था.

Next Article

Exit mobile version