Jharkhand News : गुमला के अरंगी में बंजर और परती जमीन पर आने लगी हरियाली, जानिए कैसे हुआ फैलाव

Jharkhand News, Gumla News : जंगल के किनारे का जो हिस्सा बेकार पड़ा हुआ है. उस हिस्से में पौधारोपण कराया जा रहा है. पौधारोपण से न केवल जंगल के किनारे जंगल में पेड़ों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पेड़ों के कारण पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने में भी मदद मिलेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2021 3:25 PM

Jharkhand News, Gumla News, गुमला (जगरनाथ) : कल तक जो जमीन बंजर और बेकार थी. पेड़- पौधे नहीं थे. अब वह जमीन घने जंगल का रूप लेने लगी है. धीरे- धीरे बेकार जमीन जंगल की शक्ल ले रही है. हम बात कर रहे हैं घाघरा प्रखंड के अरंगी गांव से सटे जंगल की. गांव से सटे 50 हेक्टेयर भू-भाग में जंगल के नाम पर कुछ नहीं था. लेकिन, अब इस स्थान में जंगल दिखने लगा है. पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने के लिए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, गुमला द्वारा जिला अंतर्गत पड़ने वाले वनक्षेत्र के किनारे- किनारे पौधारोपण कराया जा रहा है. इसके लिए वन विभाग एक योजना के तहत काम कर रही है.

जंगल के किनारे का जो हिस्सा बेकार पड़ा हुआ है. उस हिस्से में पौधारोपण कराया जा रहा है. पौधारोपण से न केवल जंगल के किनारे जंगल में पेड़ों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पेड़ों के कारण पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने में भी मदद मिलेगी.

बता दें कि भवन निर्माण, पथ निर्माण सहित कई निर्माण कार्यों को कराने के लिए जंगली क्षेत्र को समतल मैदान बनाया जा रहा है. जंगल से पेड़ों के कटने और जंगल का अस्तित्व खत्म होने के कारण न केवल पर्यावरण पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि उक्त जंगल में रहने वाले कई प्रकार के पशु-पक्षी भी घर से बेघर होते रहे हैं. इस समस्या के निदान के लिए वन विभाग द्वारा जंगल के किनारे- किनारे पौधारोपण कराकर पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने के साथ- साथ घर से बेघर हुए पशु- पक्षियों को आशियाना भी मुहैया कराया जा रहा है.

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वन विभाग ने बिशुनपुर वन प्रक्षेत्र अंतर्गत घाघरा प्रखंड के अरंगी जंगल के किनारे 50 हेक्टेयर भू-भाग में वनरोपण योजना के तहत पौधारोपण कराया है. विगत वर्ष जुलाई माह में विभाग ने जंगल के किनारे जल्द ही बड़ा होने वाले बकाइंद, आंवला, खैर, सागवान सहित कई प्रकार के पेड़ों का पौधारोपण कराया है जो वर्तमान में 4 से 8 फीट तक बड़े हो गये हैं. आने वाले डेढ़ से दो साल के अंदर जंगल का उक्त किनारा हरा- भरा जंगल हो जायेगा.

वन विभाग जिम्मेवारीपूर्वक काम कर रही है : डीएफओ

डीएफओ श्रीकांत ने बताया कि पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिए वन विभाग जिम्मेवारीपूर्वक काम कर रही है. ऐसे तो जंगल के किनारे-किनारे खुद ही पेड़ों का फैलाव हो रहा है. लेकिन, पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा भी जंगल के किनारे-किनारे जल्द बड़े होने वाले पौधा लगाया जा रहा है. जिले के सभी जंगल के किनारे- किनारे जहां जमीन खाली पड़ी है. वहां विभाग द्वारा पौधारोपण कराने का काम किया जा रहा है.

Posted By : Samir Ranjan.

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