शहीद जवान दुलेश्वर को बार-बार उठने को कह रही बेटी, दृश्य देख रो पड़े लोग, गुमला में राजकीय सम्मान के साथ दी गयी अंतिम विदाई

Jharkhand News, Gumla News : नम आंखों से शहीद जवान दुलेश्वर प्रास की अंतिम विदाई दी गयी. इस दौरान जनप्रतिनिधि, जिला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. शहीद के पार्थिव शरीर को गुमला के पुलिस लाइन से सड़क मार्ग से होते हुए शहीद के पैतृक घर कटिंबा लाया गया. पार्थिव शरीर के पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में दुलेश्वर प्रास अमर रहे, अमर रहे के नारों से गूंज उठा. परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की माटी के इस लाल के अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही और जनप्रतिनिधि के अलावा जिला प्रशासन मौजूद रहे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2021 5:30 PM

Jharkhand News, Gumla News, गुमला (दुर्जय पासवान/जयकरण) : गम, गुस्से और गर्व के बीच बुधवार (17 फरवरी 2021) को शहीद जवान दुलेश्वर प्रास की राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी. इस दौरान लोगों की आंखें भर आयी. पूरा गांव रो पड़ा. जवान दुलेश्वर मंगलवार को लोहरदगा में नक्सलियों द्वारा बिछाये गये IED बम ब्लास्ट में शहीद हो गया था. गुमला पुलिस बुधवार की सुबह 10.30 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर जारी प्रखंड के कटिंबा गांव पहुंची. बुधवार को शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.

नम आंखों से शहीद जवान दुलेश्वर प्रास की अंतिम विदाई दी गयी. इस दौरान जनप्रतिनिधि, जिला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. शहीद के पार्थिव शरीर को गुमला के पुलिस लाइन से सड़क मार्ग से होते हुए शहीद के पैतृक घर कटिंबा लाया गया. पार्थिव शरीर के पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में दुलेश्वर प्रास अमर रहे, अमर रहे के नारों से गूंज उठा. परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की माटी के इस लाल के अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही और जनप्रतिनिधि के अलावा जिला प्रशासन मौजूद रहे.

मैं आर्मी बनकर लूंगा बदला : बेटा

शहीद का बेटा सत्यम कुमार ने कहा कि सरकार मेरे पिता की शहादत का बदला लें. नहीं तो मैं बड़ा होकर आर्मी ऑफिसर बनकर नक्सलियों से बदला लूंगा. किसी भी नक्सली को नहीं छोड़ूंगा. मेरे पिता बहुत अच्छे थे. उनकी कमी हमें खलेगी. मैं अपने पिता जैसा बनूंगा.

शहीद जवान दुलेश्वर को बार-बार उठने को कह रही बेटी, दृश्य देख रो पड़े लोग, गुमला में राजकीय सम्मान के साथ दी गयी अंतिम विदाई 2
SDPO से लिपटकर रोने लगी बेटी

शहीद जवान की 12 वर्षीय बेटी सत्यवती रोते बिलखते SDPO कुलदीप कुमार से लिपट गयी. सत्यवती बार-बार अपने पिता को उठाने की बात कह रही थी, ताकि उससे वह बात कर सके. SDPO ने शहीद की बेटी को ढाढस बंधाया. वहीं, बेटा शिवान कुमार भी रोते हुए कह रहा था बड़ा होकर पुलिस बनूंगा और पापा का बदला लूंगा.

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शहीद की पत्नी रेखा देवी, बहन प्यारी देवी, रूनिया देवी, कलीस्ता देवी और दिलमति देवी ने कहा कि सरकार इस संकट में शहीद के परिवार की मदद करें. बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था करें. परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें. मुआवजा दे. पक्का घर बनवा दें, ताकि शहीद का परिवार ठीक से रहे सके.

नक्सलियों को इसका जवाब देंगे : SDPO

SDPO कुलदीप कुमार ने कहा कि इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है. नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है. ऑपरेशन में और तेजी लायी जायेगी. शहीद जवान दुलेश्वर का बदला नक्सलियों से लेंगे.

मेराल सड़क शहीद के नाम से हो : मिसिर

भारतीय जनता पार्टी के जिला भाजपा महामंत्री मिसिर कुजूर सहित भाजपा के कई नेता शहीद के अंतिम दर्शन को पहुंचे. मिसिर कुजूर ने कहा कि इस घटना से मैं बहुत दुखी हूं. मैं सरकार से मांग करता हूं कि पीड़ित परिवार को नौकरी, एक करोड़ रुपये की मुआवजा दें. साथ ही भीखमपुर से मेराल तक की जो सड़क बन रही है. वह सड़क शहीद दुलेश्वर प्रास के नाम से हो. पीड़ित परिवार को रहने के लिए घर व बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था करें. दुख इस बात का है कि शहीद के गांव सरकार के कोई मंत्री व विधायक नहीं पहुंचे. जो काफी निंदनीय है. भाजपा नेता अवधेश प्रताप सहदेव व प्रधान दिलीप बड़ाइक ने कहा कि शहीद के पार्थिव शरीर को सही तरीके से सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव नहीं लाया गया.

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पुलिस लाइन, गुमला में शहीद दुलेश्वर प्रास को अंतिम सलामी दी गयी. SP एचपी जनार्दनन के नेतृत्व में CRPF, जिला पुलिस के अधिकारी और जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. मौके पर जवानों में नक्सलियों के प्रति गुस्सा देखा गया. कई जवानों ने कहा कि नक्सली मिले, तो उन्हें गोलियों से भून देंगे. गुमला एसपी श्री जनार्दनन ने कहा है कि नक्सलियों की तलाश की जा रही है. नक्सली जहां भी छिपे होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा. उन्होंने गांव के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि नक्सलियों की कोई भी सूचना मिले, तो तुरंत दें, ताकि उसपर कार्रवाई की जा सके. आज हमारा जवान दुलेश्वर प्रास नक्सलियों के गलत मंसूबों को शिकार हो गया और शहादत को प्राप्त हुआ. दुलेश्वर गुमला का लाल था. इसलिए जनता से अपील है कि नक्सली दोबारा इस प्रकार की घटना को अंजाम न दें. इसके लिए पुलिस को सूचना दें. नाम गुप्त रखा जायेगा. एसपी ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ गुमला जिले में अभियान चलाया जा रहा है.

शहीद के परिवार की मदद करे सरकार : एसोसिएशन

गुमला पुलिस मेंस एसोसिएशन ने शहीद के परिवार की मदद की मांग सरकार से की है. उपाध्यक्ष वरूण कुमार ने कहा कि सरकार शहीद के परिवार के एक सदस्य को एक महीने के अंदर नौकरी दें. मुआवजा तुरंत दें. बच्चों के पढ़ाई की व्यवस्था करें, ताकि इस संकट में परिवार को दुख से निकालने में मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया है. गुमला और लोहरदगा पुलिस से अनुरोध है कि इस शहादत का नक्सलियों से बदला दें. मौके पर केंद्रीय एसोसिएशन के महामंत्री रमेश उरांव, संयुक्त महामंत्री प्रदीप टोपनो, गुमला के अध्यक्ष सहदेव महतो, सचिव मनीष सिंह, कोषाध्यक्ष मनोज पासवान, संयुक्त सचिव शशि कांत गोप, ऑडिटर हरेकृष्णा स्वांसी, लोहरदगा जिला पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष पांसिना दिग्गी, उपाध्यक्ष जेबियर लुगून, सचिव भरतचंद्र महतो, कोषाध्यक्ष बिगनी लकड़ा, सचिव श्याम रंजन कुमार, इकबाल हुसैन, सार्जेंट पप्पू विश्वकर्मा, जारी थाना के प्रशिक्षु दरोगा दीपक रोशन, विवेक पांडेय, कामेश साय, शीतल खलखो, सतेंद्र सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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