कर्ज से दबे किसान की मौत का मामला, मृत किसान के परिजनों से मिले विधानसभा अध्यक्ष, लोन माफ होगा

सिसई : सिसई प्रखंड के गोकुलपुर पतराटोली के किसान स्वर्गीय शिवनाथ उरांव का लोन माफ होगा. साथ ही परिवार को सरकार की तरफ से सुविधा भी दी जायेगी. ये बातें झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश उरांव ने कही. श्री उरांव किसान के घर पहुंचे थे. किसान की मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी परिजनों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2019 7:30 AM

सिसई : सिसई प्रखंड के गोकुलपुर पतराटोली के किसान स्वर्गीय शिवनाथ उरांव का लोन माफ होगा. साथ ही परिवार को सरकार की तरफ से सुविधा भी दी जायेगी. ये बातें झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश उरांव ने कही. श्री उरांव किसान के घर पहुंचे थे. किसान की मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी परिजनों से ली.

मृतक की पत्नी तेतरी देवी ने स्पीकर को बताया कि उसके पति के ऊपर केसीसी लोन 50 हजार रुपये बकाया था और अधूरे पीएम आवास को बनाने के लिए ईंट भट्ठा मालिक से 20 हजार कर्ज लिया था. यहां तक कि जमीन भी बंधक है. समस्या सुनने के बाद स्पीकर ने शोक प्रकट की.

साथ ही परिजनों को ढाढ़स बंधाया. स्पीकर ने अपने विवेकाधीन कोष से सहायता राशि देने का वादा किया. साथ ही प्रक्रिया के तहत बैंक का ऋण माफ कराने व अन्य सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया. साथ ही मृतक की पत्नी तेतरी देवी का खाता नंबर एवं एक आवेदन लिया. पत्नी तेतरी ने अपने छह बच्चों की परवरिश की चिंता प्रकट की है.
तेतरी ने कहा है कि जबतक पति जीवित थे, तो बच्चों की परवरिश किसी प्रकार करने की उम्मीद बंधी हुई थी. लेकिन पति की मौत के बाद अब बच्चों की परवरिश कैसे करेंगे, यह चिंता सता रही है. इधर, प्रभात खबर ने बैंक के अधिकारी से शिवनाथ उरांव के बकाया केसीसी लोन की जानकारी ली, तो बैंक अधिकारी ने बताया कि शिवनाथ के नाम से 50 हजार 279 रुपये केसीसी लोन बकाया है. पैसा वापस करने के लिए बैंक द्वारा शिवनाथ को नोटिस भेजने के संबंध में बैंक अधिकारी ने कुछ जानकारीनहीं दी.
पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा दे सरकार
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रोशन बरवा ने सवाल खड़ा किया कि आखिर विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव के क्षेत्र में ही किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं. इससे पहले भी मुरगू में एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी. गुमला जिले में किसानों द्वारा आत्महत्या के कई केस सामने आये हैं. घाघरा में भी किसान ने आत्महत्या कर चुके हैं.
श्री बरवा ने कहा है कि मृत किसान शिवनाथ के परिवार को सरकार 10 लाख रुपया मुआवजा दे. साथ ही पत्नी को विधवा पेंशन स्वीकृत कर उसके छह बच्चों की परवरिश की जिम्मेवारी सरकार ले.
झामुमो केंद्रीय सदस्य ने दिया "10 हजार नकद
सिसई : सिसई के नगर पतराटोली के किसान शिवनाथ उरांव की आत्महत्या की सूचना मिलने पर झामुमो केंद्रीय सदस्य जिग्गा मुंडा शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के साथ मृतक के घर पहुंचे. शोक संवेदना प्रकट करते हुए मामले की जानकारी ली. घर की स्थिति को देखते हुए जिग्गा मुंडा ने मृतक की पत्नी को 10 हजार रुपये की मदद की. पत्नी तेतरी देवी ने केंद्रीय सदस्य को केसीसी लोन की जानकारी दी और भट्ठा मालिक से लिये गये कर्ज के बारे मेंं भी बताया.
कहा कि 51 हजार रुपया का लोन व भट्ठा मालिक का 20 हजार रुपया उधार था. चुकता करने में असमर्थ था. कोई काम भी नहीं मिल रहा था. खेत भी बंधक रख दिया था. इन सभी परेशानी के कारण पति ने आत्महत्या कर ली. मेरी पांच बेटी है. सबसे बड़ी बेटी पूजा कुमारी (18), अमृता कुमारी (9), शांति कुमारी (6), चांदनी कुमारी (3), मांति कुमारी (2) व बड़ा बेटा जो 11 वर्ष का है. अब कैसे परिवार का भरण पोषण होगा, इसकी चिंता सता रही है.
इस संबंध में केंद्रीय सदस्य जिग्गा मुंडा ने मृतक की पत्नी को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. मृतक की पत्नी को 10 हजार रुपया नकद राशि व एक क्विंटल चावल दिया. उन्हाेंने कहा कि भाजपा सरकार के शासन काल में कर्ज, बेरोजगारी व बेबशी के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं. मौके पर अध्यक्ष रवि उरांव, केंद्रीय सदस्य प्रकाश उरांव, गौरीनाथ भगत, घीनू उरांव, रमेश उरांव, गंदूर उरांव, निरंजन लकड़ा व धनी उरांव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे.

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