नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी करनेवाला युवक गिरफ्तार
प्रशिक्षु डीएसपी के नेतृत्व में टीम ने रुपियामा से दबोचा
गोड्डा. जिले में रेलवे आइआरसीटीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले किंगपिन राकेश रोशन को पुलिस ने 15 दिनों की जांच के बाद गिरफ्तार कर लिया है. बसंतराय थाना क्षेत्र के महेशपुर निवासी राकेश रोशन पिता बालमुकुंद झा ने शहर के सत्यनगर मोहल्ले में हेल्थ मार्ट नामक जॉब प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण केंद्र खोलकर सैकड़ों युवाओं को झांसा दिया था. वह कार्यालय के माध्यम से दुमका और गोड्डा के दो सौ से अधिक युवाओं से रेलवे में 15 वर्ष की नौकरी दिलाने का वादा कर लाखों रुपये की वसूली कर रहा था. मामला तब उजागर हुआ जब पीड़ित युवक ने नगर थाने में आवेदन देकर ठगी की शिकायत की. इसके बाद कई अन्य पीड़ित भी सामने आये. कंपनी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने जांच के बाद 22 नवंबर को नगर थाना कांड संख्या 228/25 दर्ज किया. एसडीपीओ अशोक रविदास के निर्देश पर प्रशिक्षु डीएसपी कुमार गौरव के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई, जिसने लगातार कई स्थानों पर छापेमारी की. आखिरकार पुलिस ने शनिवार को राकेश रोशन को रूपियामा गांव से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक की-पैड मोबाइल, आईआरसीटीसी नाम के फर्जी चेकलीफ, फर्जी एग्रीमेंट और नौकरी संबंधी दस्तावेज बरामद किए गए. पूछताछ में उसने ठगी के इस पूरे नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. जांच में यह भी सामने आया कि हेल्थ मार्ट कंपनी युवाओं को नकली ट्रेनिंग देकर नौकरी का झूठा भरोसा दिलाती थी. जब संचालक टालमटोल करने लगा, तो पीड़ित युवक गोलबंद होकर थाना पहुंचे और पूरा फर्जीवाड़ा उजागर हो गया. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. हूटर लगा कर लग्जरी गाड़ी से चलता था युवक गोड्डा में गिरफ्तार फर्जी जॉब प्लेसमेंट संचालक राकेश रोशन शहर में लग्जरी गाड़ी, हूटर और तामझाम के साथ चलता था, जिससे लोग प्रभावित हो जाते थे, उसकी बनावटी शान-शौकत देखकर किसी ने यह जानना जरूरी नहीं समझा कि वह वास्तव में है कौन. इसी छवि की आड़ में उसने सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये ठगे. चर्चा है कि वह कई प्रभावशाली लोगों के संपर्क में था, जिसके कारण उस पर कभी संदेह नहीं हुआ. पुलिस अब उसकी गतिविधियों और संभावित संरक्षणकर्ताओं की भी जांच कर रही है.
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