10 साइकिल चालकों का काटा टायर

मामला. सीआइएसएफ के जवानों ने फिर किया क्षेत्राधिकार का उल्लंघन खदान क्षेत्र से निकलकर केंचुआ व मोहनपुर समेत 15 किमी के दायरे में सीएसएसएफ के जवानों ने फिर 10 मजदूरों के साइकिल का चक्का काट दिया है. शनिवार को मजदूरों 150 रुपये प्रति साइकिल वसूली का आरोप जवानों पर लगाया है. इसके विरोध में झामुमो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2017 7:11 AM

मामला. सीआइएसएफ के जवानों ने फिर किया क्षेत्राधिकार का उल्लंघन

खदान क्षेत्र से निकलकर केंचुआ व मोहनपुर समेत 15 किमी के दायरे में सीएसएसएफ के जवानों ने फिर 10 मजदूरों के साइकिल का चक्का काट दिया है. शनिवार को मजदूरों 150 रुपये प्रति साइकिल वसूली का आरोप जवानों पर लगाया है. इसके विरोध में झामुमो कार्यकर्ताओं ने कमांडेंट का पुतला फूंक विरोध जताया.
महगामा/बोआरीजोर : राजमहल कोल परियोजना इसीएल में तैनात सीआइएसएफ जवानों द्वारा एक बार फिर सीमा क्षेत्र का उल्लंघन करने का मामला तूल पकड़ लिया है. शनिवार को खदान क्षेत्र से बाहर केंचुआ चौक, बसुआ चौक, मोहनपुर, सरवा के पास जवानों ने दबंगई दिखाते हुए दस 10 चालकों का टायर काट डाला है. चार बलेरो पर सवार होकर करीब 14 -15 की संख्या करीब आधे घंटे तक सड़क पर तांडव मचाने के बाद सभी जवान बोलेरो से वापस लौट गये हैं.
अधिकार क्षेत्र का हनन के मामले पर को लेकर जिप सदस्य सुरेंद्र मोहन केशरी के नेतृत्व में सैकड़ों मजदूरों व झामुमो कार्यकर्ताओं ने कमांडेंट का पुतला फूंककर विरोध जताया है. इस साइकिल कोयला मजदूरों का कहना था कि सीआइएसएफ के जवान पहले खादान क्षेत्र में ही 150 रुपये की वूसली के बाद कोयला लेकर जाने देता है. मामले को लेकर झामुमों नेता सुरेंद्र मोहन केसरी ने जोरदार विरोध किया. सीआइएसएफ जवानों के शिकार बने लाल सोरेन, दिलीप मुर्मू, नंद किशोर मिर्धा, जानकी पंडित, श्रीराम पंडित, वीरु महतो व वीरेंद्र महतो ने बताया कि जवानों ने साइकिल रोककर 150 रुपये देने की मांग की. नहीं देने पर मारपीट करने के बाद साइकिल का चक्का आरी से काट दिया. बताया कि आगे कोयला ढुलाई करोगो तो और मार लगेगी.
बसुआ चौक झामुमो ने फूंका कमांडेंट का पुतला
सुरेंद्र मोहन केसरी ने सीआइएसएफ के खिलाफ मोरचा खोलते जाेरदार तरीके से विरोध जताते सीआइएसएफ कमांडेड का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया. आरोप लगाया कि खान क्षेत्र के बाहर सीआइएसएफ को कार्रवइार् करने का अधिकार नहीं है. पुलिस एरिया में घुसकर कार्रवाई करती है तो इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा. कहा कि गोड्डा की धरती से कोयला निकालकर बाहर भेजा जाता है. मगर यहां के लोगों को कोयला नहीं मिल पा रहा है. साइकिल से कोयला लेकर जानेवाले मजदूरों बर्बरता पूर्वक व्यवहार करना गैर कानूनी है. मौके पर नंदू ओझा, फारुख रिजवी, फिरोज रिजवी, मो सुलतान मौजूद थे.

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