हेमंत ने 500 करोड़ की जमीन खरीदी : रघुवर दास

बरहरवा/गोड्डा : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झारखंडनामधारी पार्टियों ने आदिवासी व मूलवासी के नाम पर केवल राजनीतिक रोटी सेंकी है. उनके विकास की बात किसी ने नहीं की. सिर्फ भाजपा ही है, जो मूलवासियों का विकास कर रही है. मुख्यमंत्री सोमवार को मयूरजूटी मैदान (बरहेट) व कल्हाझार गांव (गोड्डा) में आयोजित जनचौपाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 3, 2019 8:35 AM

बरहरवा/गोड्डा : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झारखंडनामधारी पार्टियों ने आदिवासी व मूलवासी के नाम पर केवल राजनीतिक रोटी सेंकी है. उनके विकास की बात किसी ने नहीं की. सिर्फ भाजपा ही है, जो मूलवासियों का विकास कर रही है. मुख्यमंत्री सोमवार को मयूरजूटी मैदान (बरहेट) व कल्हाझार गांव (गोड्डा) में आयोजित जनचौपाल में उपस्थित लोगों को संबाेधित कर रहे थे. उन्होंने कहा : झारखंड नामधारी पार्टियां गलत अफवाह फैला रही हैं कि भाजपा सरकार उनकी जमीन छीन लेगी.

सीएम ने कहा कि बरहेट विधायक हेमंत सोरेन ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर साहिबगंज के पतना में आलीशान घर बनाया. दुमका, बोकारो, रांची, धनबाद सहित कई स्थानों पर आदिवासियों की करीब 500 करोड़ की जमीन हड़पी है.

जनचौपाल को बदलाव का माध्यम बनायेंगे : सीएम ने कहा : हमारी सरकार गरीब आदिवासियों को रहने के लिए पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान, शौचालय, उज्जवला गैस योजना के तहत गैस-सिलिंडर, शुद्ध पेयजल, नियमित बिजली देने का काम कर रही है. आप यहां के स्थानीय लोगों को मौका देकर विकास योजना में सहयोग करें. जमशेदपुर से आकर चुनाव लड़नेवाले को भगाइये. मुख्यमंत्री ने संवाद के दौरान महिला तथा जनता से वोट की अपील करते हुए कहा कि परिवारवाद वाले को यहां से हरा कर भेजना है.

सरकार की शक्ति एवं जनशक्ति मिलकर काम करेगी तो हमारा क्षेत्र का विकास होगा. जन चौपाल को हम मिलकर बदलाव का माध्यम बनाएंगे. उन्होंने कहा कि संतालपरगना में 2014 से पूर्व की स्थिति से वर्तमान में बदलाव नजर आ रहा है. बदलाव तभी नजर आता है जब एक स्थिर सरकार हो, निर्णय लेने वाली सरकार हो.

नया झारखंड बनाने का लें संकल्प : कल्हाझार गांव में सीएम ने कहा : नया झारखंड बनाना है. झारखंडनामधारियों ने जल, जंगल व जमीन छिनने का काम किया. ये आदिवासियों-संतालों के सबसे बड़े दुश्मन हैं. कहा कि गुरुजी, बाबूलाल मरांडी, हेमंत सोरेन जितना संतालपरगना नहीं आये उससे कई गुणा बार संतालपरगना घुमने का काम किया. कहा कि दो कदम आप चलिये, चार कदम सरकार चलेगी.

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