एसडीओ व पुलिस पर बरस रहे गोड्डा कॉलेज के शिक्षक

गोड्डा : गोड्डा काॅलेज के दो शिक्षकों पर हुई प्राथमिकी को लेकर गुरुवार को काॅलेज की ओर से प्रेस वार्ता की गयी. प्रेस वार्ता में काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो एके ठाकुर थे. हालांकि इनके ओर से काॅलेज के शिक्षक प्रो विवेकानंद सिंह ने प्रेस वार्ता की. कहा : काॅलेज के दो प्रोफेसर पर नगर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 24, 2017 6:01 AM

गोड्डा : गोड्डा काॅलेज के दो शिक्षकों पर हुई प्राथमिकी को लेकर गुरुवार को काॅलेज की ओर से प्रेस वार्ता की गयी. प्रेस वार्ता में काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो एके ठाकुर थे. हालांकि इनके ओर से काॅलेज के शिक्षक प्रो विवेकानंद सिंह ने प्रेस वार्ता की. कहा : काॅलेज के दो प्रोफेसर पर नगर थाने में झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.

इसका कोई आधार नहीं बनता हैं. शिक्षकों ने ऐसा एसडीओ के साथ कोई भी व्यवहार नहीं किया था. जिसका परिणाम यह एफआइआर था. बताया कि एसडीओ के इस व्यवहार से गोड्डा काॅलेज के शिक्षकों में इस बात से खासा रोष है तथा काॅलेज के शिक्षक इसकी निंदा करते हैं. कहा : एसडीओ के इशारे पर भवन निर्माण के जेई नवदीप कुमार ने सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. जिसका कोई आधार नहीं बनता है. उस दिन काॅलेज में जिस विषय की परीक्षा होनी थी

उसमें कोई भी परीक्षार्थी नहीं आये थे. बल्कि दंडाधिकारी सह जेई नवदीप कुमार ही देर से पहुंचे थे. इन्होंने अपनी गलती को छिपाने के लिये ही एसडीओ को बुलाकर गलत बयानी की. इससे एसडीओ तिलमिला गये व शिक्षकों को अनाप शनाप कहा. महिला शिक्षक को भी नहीं छोड़ा. इनके साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया.

कहा : पुलिस ने अपनायी दोरंगी नीति
वहीं पुलिस पर भी दोरंगी नीति अपनाये जाने का आरोप शिक्षकों ने लगाया है. कहा कि एसडीओ के ओर से आये मामले में सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाये जाने का मामला दर्ज किया गया. जबकि उनके मामले को सनहा के रूप में ले लिया गया. जो न्यायोचित नहीं हैं. बताया कि खुद एसडीओ ने ही आकर प्रो अमरनाथ झा के वर्ग को अव्यवस्थित कर दिया.
वे काॅलेज में वर्ग संचालित कर रहे थे. बताया कि गोड्डा काॅलेज के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब जिला प्रशासन के ओर से शिक्षकों पर ही मामला दर्ज किया गया. मौके पर प्रो अमरनाथ झा, प्रो वीपी तिवारी, सतीश पाठक, रंजन बहादुर, प्रो विवेकानंद सिंह आदि थे.

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