गिरिडीह में घोटाला : 2504 रुपये की एलइडी लाइट खरीद ली गयी 7000 में, जानें पूरा मामला

गिरिडीह के अकदोनीकला पंचायत में एलइडी लाइट खरीदारी में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जहां बाजार मूल्य से तीन गुणा ज्यादा पैसे देकर लाइट खरीदी गयी और इसके एवज में 17.66 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी.

By Prabhat Khabar | March 28, 2022 1:08 PM

गिरिडीह: गिरिडीह सदर प्रखंड की अकदोनीकला पंचायत में 14वें वित्त की राशि से एलइडी स्ट्रीट लाइट की खरीद में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. दस्तावेज बताते हैं कि यहां बाजार मूल्य से तीन गुना ज्यादा पर 185 एलइडी स्ट्रीट लाइट की खरीद की गयी. यही नहीं, उसके अधिष्ठापन में अनियमितता कर 17.66 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी.

खरीदारी के लिए पंचायत स्तर पर टेबल टेंडर कराया गया और रामगढ़ की एक कंपनी से सिस्का कंपनी की 72 वाट की एक एलइडी लाइट 7000 रुपये (जीएसटी समेत) की दर से 115 पीस खरीदी गयी.

इस लाइट का बाजार मूल्य मात्र 2294 रुपया (जीएसटी समेत) है. इस दर पर गिरिडीह के बाजार और ऑनलाइन शॉपिंग में भी यह लाइट उपलब्ध है. इसी प्रकार सिस्का कंपनी की 45 वाट की एक एलइडी लाइट 4455 रुपये की दर से 70 पीस खरीदी गयी. यह खुले बाजार में 1350 रुपये में उपलब्ध है.

टेंडर के प्रावधानों की अनदेखी

एलइडी स्ट्रीट लाइट की खरीदारी में टेंडर के प्रावधानों की भी अनदेखी की गयी है. विभागीय मार्गदर्शिका के अनुसार, एक वित्त वर्ष में 15000 रुपये की सामग्री की खरीदारी वाउचर से, डेढ़ लाख रुपये तक की सामग्री टेबल टेंडर यानी कोटेशन से और डेढ़ लाख रुपये से ऊपर की सामग्री ओपन टेंडर या इ-टेंडर के माध्यम से की जानी है, पर विभागीय निर्देश की अनदेखी कर अकदोनीकला पंचायत में वर्ष 2018-19 में यहां के मुखिया और पंचायत सेवक ने एक ही वित्त वर्ष में 17,66,187 रुपये की एलइडी खरीद ली. भुगतान नौ खंडों में बांटकर किया गया, ताकि गड़बड़ी पकड़ी नहीं जा सके.

तीनों कोटेशन रामगढ़ जिले से

पंचायत के अभिलेख में जिनका कोटेशन संलग्न है, उसमें आदित्य इंटरप्राइजेज, वैष्णवी इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन और पीजी इंटीरियर एंड डेकोर नामक फर्म शामिल हैं. ये तीनों फर्म रामगढ़ जिले के हैं. इसमें पीजी इंटीरियर एंड डेकोर को सिस्का एलइडी लाइट आपूर्ति करने का वर्क ऑर्डर दिया गया और उससे खरीदारी भी की गयी.

इस बाबत अशोका इलेक्ट्रिक एंड पावर सॉल्यूशन के अशोक अग्रवाल का कहना है कि सब कुछ सेटिंग से हुआ. गिरिडीह में सिस्का समेत अन्य ब्रांडेड कंपनियों की एलइडी सस्ती दर पर उपलब्ध है, तो रामगढ़ से ऊंची दर पर खरीदने का औचित्य समझ से परे है. उन्होंने कहा कि सबकुछ मैनेज है और एक ही व्यक्ति ने तीनों कोटेशन लाकर पंचायत को उपलब्ध कराया.

लगाने पर 2945 रुपये का अतिरिक्त खर्च

एलइडी लाइट खरीदारी में तो गड़बड़ी हुई ही, उसके अधिष्ठापन में भी ज्यादा का विपत्र देकर मोटी रकम की निकासी कर ली गयी. रामगढ़ की ही एक कंपनी वैष्णवी इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन को अधिष्ठापन की जिम्मेदारी दी गयी. इसके लिए उसे 2945 रुपये (जीएसटी समेत) प्रति स्ट्रीट लाइट की दर से कुल 5,44825 रुपये का भुगतान किया गया. तकनीकी जानकारों का कहना है कि एलइडी स्ट्रीट लाइट को जिस तरह फिट किया गया है, उस पर अधिक से अधिक 500 रुपये प्रति लाइट की राशि ही खर्च होगी.

Posted By: Sameer Oraon

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