माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर एक बिजनेसमैन से 11 लाख की ठगी, बंडल में दिये कागज के टुकड़े

jharkhand crime news: गढ़वा के एक व्यवसायी से माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी की गयी. वहीं, ठग ने 40 लाख रुपये देने के नाम पर बंडल में काफी संख्या में कागज का टुकड़ा दे दिया. पुलिस मामले की जांच पड़ताल तेज कर दी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2022 5:59 PM

Jharkhand Crime News: गढ़वा थाना क्षेत्र के झुरा गांव निवासी दशरथ राम से माइक्रो फाइनेंस कंपनी के नाम पर 11.30 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. वहीं, ठग ने बंडल में 40 लाख रुपये का सादा कागज पीड़ित दशरथ राम को दिया. बंडल को खोलते ही उनके होश उड़ गये. इस संबंध में पीड़ित दशरथ राम ने गढ़वा थाने में शिकायत दर्ज करायी है.

क्या है पूरा मामला

पीड़ित दशरथ राम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उनका गढ़वा थाना क्षेत्र के टेड़ी हरैया गांव में सीमेंट-छड़ का दुकान है. उन्हें एक व्यक्ति द्वारा चार माह से माइक्रो फाइनेंस कंपनी के नाम पर 50 लाख रुपये का लोन देने का झांसा दिया जा रहा था. उसने झांसे में आकर उसने 11 लाख रुपये सिक्यूरिटी मनी के नाम पर उसे दे दिया. साथ ही बाद में 30 हजार रुपये अतिरिक्त खर्च के लिए उसने ले लिया था. पैसे लेने के बाद उसने दशरथ राम से सभी लोन के नाम पर कागजात भी लिये.

नकली नोट का मिला बंडल

इसके बाद वह एक बाइक पर कागज का नकली नोट का बंडल लेकर 19 जनवरी, 2022 को उसके दुकान में पहुंचा और उन्हें नकली नोट वाली पेटी को 40 लाख रुपये कहकर देते हुए चला गया. दशरथ राम ने कहा कि बंडल में अधिक संख्या में नोट होने के कारण वे दुकान में उसके सामने तत्काल खोलना उचित नहीं समझे. जब वे घर पहुंचकर उस पैसे के बंडल को खोल कर देखे, तो उसमें सभी कागज के नकली नोट थे.

Also Read: मजदूरी भुगतान नहीं होने से नाराज मजदूरों ने खान प्रबंधक को घंटों बनाया बंधक, पुलिस ने कराया मुक्त
जांच में जुटी पुलिस

नकली नोट देखते ही दशरथ राम के होश उड़ गये. उसने उस व्यक्ति को फोन लगाया, तो उसका मोबाइल बंद मिला. बार-बार प्रयास करने के बाद भी जब उसका फोन नहीं लगा, तो दशरथ राम ने गढ़वा थाना पहुंचकर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार को इस घटना की पूरी जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गयी है.

रिपोर्ट : प्रभाष मिश्रा, गढ़वा.

Next Article

Exit mobile version