आहर व नाला में भी बना दिये हैं तालाब

गढ़वा : नाबार्ड व जलछाजन के माध्यम से गढ़वा जिले में चल रही योजनाओं को जैसे-तैसे पूरा कर लाखों रुपये के वारे-न्यारे किये जा रहे है़ं इस राशि से गढ़वा जिले के कांडी, भवनाथपुर व बरडीहा प्रखंड के 44 गावों में तालाब निर्माण, ट्रेंच कंम बंड व वाटर एडजॉरवेट ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 13, 2019 12:44 AM

गढ़वा : नाबार्ड व जलछाजन के माध्यम से गढ़वा जिले में चल रही योजनाओं को जैसे-तैसे पूरा कर लाखों रुपये के वारे-न्यारे किये जा रहे है़ं इस राशि से गढ़वा जिले के कांडी, भवनाथपुर व बरडीहा प्रखंड के 44 गावों में तालाब निर्माण, ट्रेंच कंम बंड व वाटर एडजॉरवेट ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है़. वित्तीय साल 2016-17 से वर्तमान वित्तीय साल 2018-19 तक 2.70 लाख रुपये की लागत से यहां कुल 92 तालाब, 11500 रूपये प्रति हेक्टेयर की लागत से 185.79 हेक्टेयर में ट्रेंच कम बंड तथा 318.38 हेक्टेयर में वाटर एडजॉरवेट ट्रेंच का निर्माण कराया गया है़.

कार्यों की गुणवत्ता बेहतर हो, इसके लिए डालटनगंज की रिसोर्स अवरनेस मैनेजमेंट डेवलपमेंट ऑर्गेनाईजेशन (रामदो) एवं गढ़वा की जनसहभागी केंद्र नामक संस्था को कार्य आवंटित किया गया है़ तीन वित्तीय साल के दौरान इन 44 गांवों में करीब 12 करोड़ रुपये इन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए खर्च किये गये है़ं.
लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि सभी योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है़. पहाड़ी क्षेत्र में सिंचाई व वाटर लेयर ऊपर लाने के उद्देश्य से जलछाजन की योजनायें चलायी जा रही है़ लेकिन इन गावों में जो योजनाएं ली गयी है, उससे ग्रामीणों को लाभ नहीं हो रहा है़. अधिकांश योजनाओं में प्राक्कलन के अनुरूप काम नहीं किया गया है़. जैसे-तैसे योजनाओं को पूरा कर राशि की गड़बड़ी की गयी है़ कहीं आहर तो कहीं नाला में तालाब बनाकर राशि निकासी की गयी है़ इस संबंध में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जनसंवाद में मामला दर्ज कराकर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गयी है़.

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