गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र के 21 वार्डों में बने 46 मतदान केंद्र

गढ़वा. गढ़वा नगर परिषद व नगरऊंटारी नगर पंचायत में वार्ड के गठन के पश्चात बूथ गठन का काम पूरा कर लिया गया है़ अब आरक्षण निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है़ इसमें वार्ड पार्षद पद का आरक्षण जिलास्तर पर ही तय किया जायेगा, जबकि अध्यक्ष पद का आरक्षण राज्यस्तर पर तय किया जायेगा़ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 24, 2017 1:33 PM
गढ़वा. गढ़वा नगर परिषद व नगरऊंटारी नगर पंचायत में वार्ड के गठन के पश्चात बूथ गठन का काम पूरा कर लिया गया है़ अब आरक्षण निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है़ इसमें वार्ड पार्षद पद का आरक्षण जिलास्तर पर ही तय किया जायेगा, जबकि अध्यक्ष पद का आरक्षण राज्यस्तर पर तय किया जायेगा़ गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र स्थित 46059 की आबादी पर 46 मतदान केंद्रों का गठन किया गया है़ यह मतदान केंद्र 22 सरकारी भवनों में बनाये गये हैं. करीब 1000 की आबादी पर एक बूथ बनाया गया है़ इस अनुसार 17 वार्ड में दो-दो बूथ बनाये गये हैं. जबकि चार वार्ड ऐसे हैं, जहां तीन-तीन बूथ होंगे़.
इनमें वार्ड नंबर-13, 21, 16 व 11 शामिल है. गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र स्थित वार्ड नंबर 18 टंडवा में कोई भी सरकारी भवन नहीं रहने के कारण यहां ओपेन बूथ बनाया जायेगा़ इसके लिए खाता संख्या 323, प्लॉट 698 को चिह्नित किया गया है़ बताया गया कि यहां टेंट आदि लगाकर मतदान कराया जायेगा. इसमें दो बूथ होंगे़ वार्ड नंबर 12 के मतदान केंद्र के रूप में समाहरणालय के समीप स्थित इंपोरियम भवन को पहली बार उपयोग में लाया जायेगा़ उल्लेखनीय है कि इसी वार्ड में समाहरणालय परिसर सहित अन्य सरकारी कार्यालय स्थित हैं.

इधर नगरऊंटारी नगर पंचायत का पहली बार चुनाव होना है़ यहां 32735 की जनसंख्या पर 34 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. इसके लिए 18 सरकारी भवन का उपयोग किया जायेगा़ गढ़वा व नगरऊंटारी दोनों के लिए बूथ का प्रकाशन व आपत्ति की तिथि जिला निर्वाचन विभाग की ओर से 13 नवंबर से 20 नवंबर तक निर्धारित की गयी थी़ लेकिन इस बीच कहीं से भी एक भी आपत्ति दर्ज नहीं करायी गयी है़ ऐसी स्थिति में इसे अंतिम रूप देने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को प्रेषित कर दिया गया है़

आरक्षण तय करने को लेकर विमर्श शुरू
इधर आरक्षण का रोस्टर तय करने का काम शुरू कर दिया गया है़ सबसे ज्यादा परेशानी गढ़वा के 21 वार्डों में वार्ड पार्षद के आरक्षण तय करने को लेकर होनेवाली है. पिछले दो चुनावों से आरक्षण की स्थिति जस की तस रही है़ ऐसी स्थिति में लगभग सभी वार्डों में आरक्षण की स्थिति इस बार बदलनेवाली है़ ऐसे में कई वार्ड पार्षद इस बार चुनाव नहीं लड़ पायेंगे़ जबकि बताया गया कि अध्यक्ष पद के लिये आरक्षण का निर्धारण पूरे राज्य के नगर परिषद को ध्यान में रखते हुए किया जायेगा़ जबकि उपाध्यक्ष का पद पूर्व की तरह सामान्य रहने की संभावना है़.

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