आदिवासी व मूलवािसयों की जमीन लूटकर पूंजीपतियों को देना चाहती है राज्य सरकार
मुसाबनी ब्लॉक पर विपक्षी दलों का प्रदर्शन मुसाबनी : यूपीए की ओर से गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के समक्ष भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना को झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य शंकर चंद्र हेंब्रम ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की रघुवर सरकार आदिवासी-मूलवासियों की जमीन छीनने के लिए भूमि […]
मुसाबनी ब्लॉक पर विपक्षी दलों का प्रदर्शन
मुसाबनी : यूपीए की ओर से गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के समक्ष भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना को झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य शंकर चंद्र हेंब्रम ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की रघुवर सरकार आदिवासी-मूलवासियों की जमीन छीनने के लिए भूमि अधिग्रहण बिल लायी है. इस बिल के जरिये जमीन को पूंजीपतियों को देने का षड़यंत्र राज्य सरकार रच रही है. उन्होंने कहा कि यह झारखंड़ियों को उजाड़ने की कोशिश है. उद्योगों के नाम पर सरकार आदिवासी-मूलवासी की जमीन को अधिग्रहण कर उन्हें भूमिहीन बनायेगी.
झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सह जिप सदस्य बाघराय मार्डी ने कहा कि झामुमो भूमि अधिग्रहण बिल के नाम पर आदिवासी-मूलवासियों की जमीन को अधिग्रहण करने के विरोध में झामुमो पार्टी आंदोलन करेगी और सरकार भूमि अधिग्रहण बिल वापस करा कर ही दम लेगी. धरना को मुखिया प्रधान सोरेन, झामुमो नेता रवींद्र नाथ मार्डी, कान्हु टुडू, कांग्रेस के थानाध्यक्ष पिंटू दास, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष लक्ष्मण चद्र बाग ने संबोधित किया. वक्ताओं ने भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ रघुवर सरकार पर जमकर बरसे. धरना में झामुमो नेता गौरांग माहली, सुसेन कालिंदी, तपन कुंडू, कांग्रेस नेता डी मोसेस आदि उपस्थित थे.