मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका की जनता को बेइज्जत किया, बोले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा

Dumka By Election 2020 News: केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि हेमंत सोरेन ने दुमका की जनता को बेइज्जत किया था. यहां के लोगों के पास अपना सम्मान बचाने और वापस पाने का मौका आ गया है. दुमका विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ लोइस मरांडी के पक्ष में मतदान कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रत्याशी को पराजित करें और अपना खोया सम्मान वापस लें.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 22, 2020 4:44 PM

दुमका/दलाही : केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि हेमंत सोरेन ने दुमका की जनता को बेइज्जत किया था. यहां के लोगों के पास अपना सम्मान बचाने और वापस पाने का मौका आ गया है. दुमका विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ लोइस मरांडी के पक्ष में मतदान कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रत्याशी को पराजित करें और अपना खोया सम्मान वापस लें.

सदर प्रखंड के मुड़ाबहाल व मसलिया प्रखंड के जोवाबांक में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत सोरेन ने क्षेत्र की जनता को दुत्कारा, उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचायी.

श्री मुंडा ने कहा, ‘झारखंड विधानसभा चुनाव में उप-राजधानी दुमका की जनता ने हेमंत सोरेन का साथ दिया, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यहां के लोगों को अपमानित किया. अपनी हार को लेकर सशंकित हेमंत सोरेन बरहेट से भी चुनाव लड़े. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद दुमका की जनता से खुद को अलग करके उन्होंने यहां के लोगों को बेइज्जत किया.

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श्री मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने यह सोचा भी नहीं कि दुमका केवल विधानसभा क्षेत्र ही नहीं, राज्य की उप-राजधानी भी है. श्री मुंडा ने कहा कि आज अगर दुमका के मतदाताओं ने अपने अधिकार का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया, तो आगे बहुत नुकसान झेलना होगा.

राज्य सरकार का आर्थिक प्रबंधन खराब

श्री मुंडा ने कहा कि झारखंड सरकार का आर्थिक प्रबंधन खराब है. कैसे राजस्व बढ़े, पैसा कहां से आये, इसके रास्ते राज्य ने बंद कर रखे हैं. सरकार की रुचि विकास कार्यों में नहीं है. नौ महीने में कोई काम नहीं हुआ है. भारत सरकार का जनजातीय कार्य मंत्रालय विभिन्न विभागों को पैसे भेजती है, लेकिन उस पैसे का भी राज्य में उपयोग नहीं हो रहा.

श्री मुंडा ने कहा कि खुद उन्होंने भी पत्र लिखा कि भारत सरकार के पैसे का उपयोग किया जाये, लेकिन पैसे ट्रेजरी में पड़े रहे, खर्च ही नहीं हुए. इससे नुकसान राज्य के गरीब आदिवासियों का हुआ. राज्य की यह सरकार पीएम आवास में भी टारगेट के अनुरूप खर्च नहीं कर पा रही. शौचालय निर्माण का कार्य भी गति नहीं पकड़ रही.

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उन्होंने कहा कि आम आदमी भी महसूस कर रहा कि विकास के तमाम काम ठप हैं. योजनाओं की जो दुर्दशा है, उसमें इस सरकार को संदेश देना जनता के लिए जरूरी हो गया है. जनता परिस्थितियों का आकलन संवेदनशील होकर करे और ऐसा विधायक चुने, जिसका उद्देश्य क्षेत्र का विकास हो, जो क्षेत्र को छोड़कर भागे नहीं.

मुड़ाबहाल में सभा को दुमका सांसद सुनील सोरेन व जोवाबांक रणधीर सिंह ने भी संबोधित किया. मौके पर खिजरी के पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, कांके के पूर्व विधायक जीतू चरण राम, प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका हसन, शैलेंद्र सिंह, सत्येंद्र कुमार, अमरेंद्र सिंह मुन्ना, गौरीशंकर यादव व मुन्ना मिश्रा व अन्य मौजूद थे.

Posted By : Mithilesh Jha

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