धनबाद : वासेपुर पुल बना लोगों के लिए परेशानियों का सबब, हर दिन हो रही है दुर्घटना

लोगों का कहना है कि वासेपुर के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. कीचड़ के कारण दुकानदारी खत्म हो गयी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 5, 2024 10:52 PM

धनबाद : वासेपुर में पुल निर्माण के बाद भी लोगों की परेशानी खत्म नहीं हुई. पुल के दोनों ओर मिट्टी गिरा कर छोड़ दिया गया है. इस कारण हर दिन दुर्घटना हो रही है. सोमवार को हुई बारिश के बाद यहां स्थिति और भयावह हो गयी है. मिट्टी में जगह-जगह पर गड्ढे बन गये हैं. इस कारण राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं दूसरी ओर मिल्लत कॉलोनी जाने वाला रास्ता पूरी तरह से कीचड़ से भर गया है.
10 दिन पहले डाली गयी मिट्टी : पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में सड़क के दोनाें ओर मिट्टी डाल दी गयी है, ताकि पुल पर वाहन जा सके. लेकिन यह मिट्टी और परेशानी का सबब बन गयी है. मिट्टी में वाहन का पहिया फंस जा रहा है. इस कारण दिन भर जाम की स्थिति रहती है. पुल के किनारे से वाहन उतारने पर वाहन के आगे का हिस्सा सटकर टूट जा रहा है.

मिल्लत कॉलोनी जाना हुआ मुश्किल : मिट्टी के कारण मिल्लत कॉलोनी के रास्ते का दलदली बन गया है. इस रास्ते में वाहन तो दूर पैदल, चलना भी मुश्किल है. वहीं कीचड़ के कारण आसपास के दुकानदारों की बिक्री प्रभावित हो गयी है.


कहते है लोग : क्यों हो रहा वासेपुर के लोगों से सौतेला व्यवहार विभाग को चाहिए था कि रास्ता अच्छे से बना दे. रमजान का माह शुरू हाेने वाला है. ऐसे में नमाज पढ़ने जाने वाले लोगों को दिक्कत होगी. विभाग को इसपर संज्ञान लेना चाहिए.
खालिद सैफ

वासेपुर के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. कीचड़ के कारण दुकानदारी खत्म हो गयी है. यहां के लोगों की परेशानी से विभाग को कोई मतलब नहीं है.
सरवर निसार

मिट्टी डाल कर छोड़ दिया गया है. बारिश होने पर यहां की स्थिति दयनीय हो गयी. रमजान का महीना शुरू होने वाला है. यहीं स्थिति रही तो लोग नमाज अदा करने कैसे जायेंगे.
राशिद आलम

पहले पुल के कारण परेशानी हुई, अब मिट्टी को डाल कर छोड़ देने से परेशानी और बढ़ गयी है. कीचड़ से यहां आने जाने वाले लेागों को दिक्कत हो रही है. समस्या दूर होनी चाहिए.
इरशाद आलम

छह फरवरी को पुल की ढलाई हुई है. सोचा अब सबकुछ ठीक हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब रमजान में भी परेशानी होगी. विभाग को मामले को देखना चाहिए.
शाहिद आलम

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