आयुष्मान भारत में गड़बड़झाला : डॉक्टर धनबाद में, चतरा में हो था रहा ऑपरेशन, शिकायत पर क्लिनिक बंद

धनबाद में आयुष्मान भारत में गड़बड़झाला सामने आया है. धनबाद के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण कुमार झा के नाम इटखोरी में अरोग्य सेवा सदन क्लिनिक खोला गया, लेकिन इसकी भनक डॉ झा को नहीं मिली. फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने की जानकारी मिलने पर डाॅ झा ने शिकायत की. इसके बाद से क्लिनिक बंद कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2021 3:39 PM

Jharkhand News (संजीव झा, धनबाद) : झारखंड के धनबाद में आयुष्मान भारत में गड़बड़झाला सामने आया है. धनबाद के डॉक्टर के नाम से आयुष्मान भारत के तहत चतरा के इटखोरी में क्लिनिक खोल धड़ाधड़ ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर का न केवल क्लिनिक में नाम लगा है, बल्कि आयुष्मान के तहत फर्जी तरीका से रजिस्ट्रेशन भी करा लिया गया. उनके जाली हस्ताक्षर से घोषणापत्र भी जमा कर दिया गया. डॉक्टर द्वारा विभाग से लिखित शिकायत की सूचना मिलते ही क्लिनिक को फिलहाल बंद कर दिया गया है.

क्या है पूरा मामला

धनबाद के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण कुमार झा ने आयुष्मान योजना के तहत अपने क्लिनिक कृष्णा आई क्लिनिक को इंपैनल करने के लिए लगभग दो वर्ष पूर्व आवेदन दिया गया. दो बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस लाइन स्थित क्लिनिक का निरीक्षण भी किया. बार-बार कहा जा रहा था कि आपका आवेदन राज्य मुख्यालय में लंबित है. पिछले दिनों जब डॉक्टर झा ने रांची में अपने आवेदन के बारे में तहकीकात करायी, तो पता चला कि उनका रजिस्ट्रेशन तो पहले ही हो गया है.

आरोग्य सेवा सदन, इटखोरी के डॉक्टर के रूप में इंपैनल

विभाग के वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, आरोग्य सेवा सदन इटखोरी, चतरा के चिकित्सक के रूप में डॉ अरुण कुमार झा इंपैनल हैं. उनका रजिस्ट्रेशन नंबर 29116 है. डॉ झा के लेटरहैड का इस्तेमाल करते हुए उनके फर्जी हस्ताक्षर से घोषणापत्र भी संलग्न किया गया है. कुछ दुकानों को जोड़ कर आरोग्य सेवा सदन चलाया जा रहा है. क्लिनिक के बाहर लगे बैनर में डॉ एके झा का नाम लिखा हुआ है.

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क्लिनिक बंद कर बैनर फाड़ दिया गया

प्रभात खबर ने सोमवार को जब इटखोरी स्थित क्लिनिक के संबंध में जानकारी लिया, तो पता चला कि तीन-चार दिन से क्लिनिक में तालाबंद है. वहां, डॉ एके झा के नाम का लगा बैनर फाड़ दिया गया है. हालांकि, ऊपर का नाम अब भी बैनर में दिख रहा है. पिछले कई दिनों से वहां ऑपरेशन भी नहीं हो रहा है.

डॉक्यूमेंट्स से हुई छेड़छाड़

इस मामले में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण कुमार झा का कहना है कि उन्होंने आयुष्मान से इंपैनल के लिए अपने डॉक्यूमेंट्स यहां पर स्वास्थ्य विभाग में जमा किया था. उन्हें शक है कि आयुष्मान का काम देख रहे कुछ कर्मियों ने जालसाजों से मिल कर डॉक्यूमेंट्स से छेड़छाड़ कर आरोग्य सेवा सदन, इटखोरी में डलवा दिया. जबकि उन्हें इस क्लिनिक से कोई वास्ता नहीं है. किसी संचालक को जानते भी नहीं हैं.

Posted By : Samir Ranjan.

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