धनबाद के डॉ समीर कुमार को फिर मिली धमकी, DGP ने रिपोर्ट मांगी, चिकित्सकों में भय का माहौल

धनबाद के मशहुर डॉ समीर कुमार को फिर धमकी मिली है, फोन करने वाले अपने आप को शूटर अमन सिंह बताया है. इसके बाद से जिले के डॉक्टरों में भय का माहौल है. हालांकि झारखंड के डीजीपी ने पूरे मामले पर प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है

By Prabhat Khabar | May 5, 2022 12:32 PM

Jharkhand Crime News, Dhanbad News धनबाद : धनबाद के प्रसिद्ध सर्जन डॉ समीर कुमार को बुधवार को फिर फोन कर धमकी दी गयी. इस बार फोन करनेवाले ने अपने आप को शूटर अमन सिंह बताया और कहा कि मीडिया में बयान देने और मैनेज करने से कुछ नहीं होगा. मरना है, तो मरना ही पड़ेगा. तुम्हें हर हाल में रंगदारी देनी होगी. डॉ समीर ने प्रभात खबर को बताया कि उन्हाेंने दोपहर 12.20 बजे एसएसपी संजीव कुमार को इसकी सूचना दी. जिस नंबर (8276937348) से फोन आया था, इसकी भी जानकारी उन्हें दी. डॉ समीर ने फिर दोहराया, इस माहौल में धनबाद में कैसे रहूंगा?

डॉ समीर जिले से बाहर हैं. इस बीच आइएमए ने कहा, धनबाद आतंक का केंद्र बन गया है. आइएमए की अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी ही. इस प्रकरण को राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा ने भी गंभीरता से लिया है और आइजी तथा धनबाद के एसएसपी से रिपोर्ट मांगी है. डीजीपी ने मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा है. इधर पुलिस ने ऐना इस्लामपुर बस्ती में छापेमारी कर शाहबाज नामक युवक को हिरासत में लिया है.

‘डॉक्टर को शहर छोड़ना पड़े, इससे बुरा क्या’

डॉ समीर कुमार से रंगदारी की मांग करने के बाद सभी चिकित्सक भयभीत हैं. बुधवार को प्रभात खबर से बातचीत में आइएमए के पदाधिकारियों ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोयला राजधानी धनबाद अब आतंक का केंद्र बन गया है. आम जनता की सेवा करनेवाले डॉक्टरों को धमकी मिल रही है. इससे असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गयी है.

पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन से मिल कर मामले की जानकारी दी गयी थी. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होना चिंता का विषय है. अगर किसी डॉक्टर को धनबाद छोड़ना पड़े, तो इससे बुरा क्या हो सकता है? आइएमए के जिला सचिव डॉ सुशील कुमार ने कहा : आम जनता की सेवा करने वाले डॉक्टरों को आंदोलन करना पड़े, इससे दुखद क्या हो सकता है.

धनबाद आतंक का केंद्र बन गया है. चिकित्सक समाज भयभीत है. प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है. व्यापारियों की भी हत्या हो रही है. ये घटनाएं सरकार व जिला प्रशासन की नाकामी है. खुलेआम एक जांच घर संचालक से दो लाख रुपये की मांग की जाती है. इसका ऑडियो वायरल होता है. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती. दूसरी ओर डॉक्टर से एकमुश्त एक करोड़ और हर माह पांच लाख रुपये रंगदारी मांगी गयी है.

आइएमए के कोषाध्यक्ष डॉ राकेश इंदर सिंह ने कहा

यह धनबाद के लिए खतरे की घंटी है. अभी इससे बाहर नहीं आये, तो आने वाले दिनों में स्थिति गंभीर होती जायेगी. डॉक्टर पब्लिक लाइफ में नहीं दिखते हैं. ऐसे में डॉक्टर से रंगदारी मांगना प्रशासन की नाकामी है. अगर डॉ समीर पैसे देते हैं, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा. अपराधी एक-एक कर सभी डॉक्टरों व व्यापारियों को निशाना बनाते रहेंगे. प्रशासन को चाहिए कि दोषियों को पकड़ कर कड़ी कार्रवाई की जाये, ताकि डॉक्टर भयमुक्त माहौल में काम कर सकें.

आइएमए के जिला कार्यकारी अध्यक्ष डॉ मेजर चंदन ने कहा

डॉ विजय प्रताप पर हमला हुआ, अब डॉ समीर से रंगदारी मांगी जा रही है. पहले मैसेज के माध्यम से, फिर कॉल आने लगे. इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. किसी मरीज की मौत पर परिजन हंगामा करते हैं, तो समझ में आता है. लेकिन इस तरह से रंगदारी मांगना समझ से परे है. फोन नंबर देने के बाद भी धमकी देनेवाले का नहीं पकड़ा जाना दुखद है. मामला हाथ से निकलने पर एक-एक कर सभी इसी तरह से अस्पताल व क्लिनिक बंद करें देंगे. आठ मई तक का समय है अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो नौ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी.

आइएमए उपाध्यक्ष डॉ बीएन गुप्ता ने कहा :

चिकित्सकों के बीच भय का माहौल बन गया है. इसे दूर करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है. भयमुक्त वातावरण मिलने पर ही चिकित्सक काम कर पायेंगे. रंगदारी की धमकी मिल रही है और प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है. सोसाइटी से आहत होने पर कभी-कभी लगता है कि सब कुछ छोड़ दें. डॉ समीर अगर यहां सेवा नहीं दे रहे हैं, तो इसका नुकसान मरीज को ही होगा. यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी डॉ कैलाश प्रसाद, डाॅ विजय प्रताप, डॉ सुशील कुमार पर हमला हो चुका है. अब डॉ समीर का मामला आया है. हड़ताल में इमरजेंसी सेवा भी बाधित रखी जायेगी.

पुलिस ने कहा, डॉ समीर ने धनबाद नहीं छोड़ा, निजी कार्यक्रम से गये हैं बाहर

धनबाद डीएसपी वन अमर कुमार पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि डॉ समीर ने धनबाद नहीं छोड़ा है. डॉ समीर से उनके निजी मोबाइल पर बात की गयी है. बातचीत में चिकित्सक ने बताया कि वह निजी पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए शहर से अन्यत्र गये हैं. पुलिस के मुताबिक, चिकित्सक ने इस बारे में प्रकाशित खबरों से अनभिज्ञता जाहिर की और इसे भ्रामक बताया.

पुलिस ने भी जांच में इस तरह की खबरों को भ्रामक और गलत बताया. प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या में धनबाद मंडल कारा में बंद शूटर अमन सिंह के संगठित गिरोह के सदस्यों द्वारा उपरोक्त चिकित्सक दंपती को धमकी दी गयी. धमकी के संबंध में विशेष अनुसंधान दल का गठन कर सभी पहलुओं की सूक्ष्मतापूर्वक छानबीन की जा रही है.

Posted By: Sameer Oraon

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