15 हजार घूस लेते धराये गोविंदपुर अंचल कार्यालय के बड़ा बाबू, शिकायत के बाद एसीबी ने की कार्रवाई

गोविंदपुर अंचल कार्यालय के बड़ा बाबू परमानंद प्रसाद को एसीबी की टीम ने 15000 रपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है. बड़ा बाबू परमानंद प्रसाद ने लगान रसीद अपडेट करने के नाम पर प्रति एकड़ 10 हजार की डिमांड की थी. शिकायत के बाद एसीबी ने यह कार्रवाई की है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 10, 2023 3:22 PM

धनबाद, दिलीप दीपक. गोविंदपुर अंचल कार्यालय के प्रधान सहायक परमानंद प्रसाद को एसीबी की टीम ने 15000 रपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा है. गोविंदपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में एसीबी की यह पहली कार्रवाई है, जिसमें कोई कर्मी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है. गोविंदपुर अंचल के गोड़तोपा पंचायत के डोमनडीह निवासी सनातन हेंब्रम से लगान रसीद अपडेट करने के नाम पर वह घूस ले रहा था.

शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

दो दिन पहले सनातन हेंब्रम ने एसीबी कार्यालय में इसकी लिखित शिकायत की थी. शिकायत की सत्यता बाद एसीबी टीम ने यह कार्रवाई की. एसीबी डीएसपी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई. शिकायतकर्ता का आरोप था कि पिछले 2 महीने से लगान रसीद के लिए वह अंचल कार्यालय का दौड़ लगा रहे थे. उसे कभी राजस्व कर्मचारी के पास भेजा जाता था, तो कभी अंचल निरीक्षक तो कभी अंचलाधिकारी पास भेजा जाता था.

प्रति एकड़ 10000 रुपये रिश्वत की थी मांग

बाद में अंचलाधिकारी ने उसे प्रधान सहायक परमानंद प्रसाद से मिलने को कहा था. मिली जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता के गांव में 28-30 एकड़ जमीन है. प्रति एकड़ 10000 रुपये रिश्वत की मांग की गई थी. प्रधान सहायक और राजस्व उपनिरीक्षक डिजिटल लॉगिन से लगान रसीद निर्धारित कर रसीद कटता है.

एसीबी के डीएसपी ने क्या कहा

एसीबी के डीएसपी ने कहा कि गोविंदपुर अंचल कार्यालय में आए दिन रिश्वतखोरी की शिकायत मिलते रहती थी. सनातन हेंब्रम ने बीते गुरुवार को इसकी लिखित शिकायत एसीबी कार्यालय में की थी. एसीबी की टीम ने अंचल अधिकारी के प्रधान सहायक को गिरफ्तार करने के बाद उसकी अलमारी को भी खंगाला, जिसमें से भी कुछ नगदी और दाखिल खारिज व ऑनलाइन के कागजात बरामद किए गए हैं.

कार्रवाई का पता चलते ही भाग निकले सभी राजस्व उप निरीक्षक

जब्ती सूची में अंचल कार्यालय के नाजिर ओम प्रकाश दास और चौकीदार दीपक महतो के हस्ताक्षर लिए गए हैं. शनिवार को अंचल अधिकारी रामजी वर्मा अपने कार्यालय से नदारद थे. अंचल कार्यालय में काफी भीड़भाड़ थी. कई राजस्व उपनिरीक्षक भी अंचल कार्यालय में बैठे थे, लेकिन जैसे ही इन लोगों को एसीबी की कार्रवाई का पता चला सभी राजस्व उप निरीक्षक कार्यालय छोड़ भाग खड़े हुए. अंचल कार्यालय के ऊपरी तल्ले में अपने कार्यालय बैठे प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार को भी भनक लगते ही वह कार्यालय छोड़कर अपने आवास चल दिए.

शिकायतकर्ता ने क्या कहा

शिकायतकर्ता सनातन हेंब्रम ने कहा है कि उन्हें पहले 10000 रुपये रिश्वत के लिए कहा गया था, जब वह रिश्वतके पैसे देने लगे तो प्रधान सहायक ने उसे काफी डांटा फटकार लगाई और कहा कि पागल हो गए हो क्या 28-30 एकड़ जमीन का लगान रसीद 10000 में कटेगा? प्रति एकड़ 10000 रिश्वत देना होगा. उन्होंने 10000 में ही कर देने के लिए काफी मिन्नतें भी की थी. जब उसका काम नहीं हुआ तब थक हार कर उन्होंने एसीबीसी लिखित शिकायत की थी.

गोविंदपुर अंचल कार्यालय में सभी कार्य का अलग-अलग रेट

गोविंदपुर अंचल कार्यालय में सभी कामों के लिए अलग-अलग रेट तय हैं. लगान रसीद ,जमाबंदी ऑनलाइन, दाखिल -खारिज, सरकारी अमीन से नापी, विभिन्न कार्यों के लिए एनओसी यानी सभी कामों के लिए अलग-अलग रेट तय हैं. बिना रिश्वत का कोई काम नहीं होता है, एसीबी की कार्रवाई से यह साबित हो गया.

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