धनबाद : लोकसभा चुनाव में धनबाद से प्रत्याशी देगा सिंह मैंशन

धनबाद : ‘धर्मयुद्ध’ का शंखनाद हो चुका है और इस ‘धर्मयुद्ध’ में ‘कुंती पुत्र’ कूद गया है. हम दबाव की राजनीति नहीं करते हैं और न ही किसी पर दबाव बनाने के लिए राजनीति में उतरे हैं. ये बातें झरिया के पूर्व विधायक स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह के छोटे पुत्र और जनता मजदूर के संयुक्त महामंत्री […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 25, 2019 7:25 AM
धनबाद : ‘धर्मयुद्ध’ का शंखनाद हो चुका है और इस ‘धर्मयुद्ध’ में ‘कुंती पुत्र’ कूद गया है. हम दबाव की राजनीति नहीं करते हैं और न ही किसी पर दबाव बनाने के लिए राजनीति में उतरे हैं. ये बातें झरिया के पूर्व विधायक स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह के छोटे पुत्र और जनता मजदूर के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने कही.
वह रविवार को कोयला नगर स्थित नेहरू कॉम्प्लेक्स में जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) की ओर से आयोजित जन चेतना रैली को संबोधित कर रहे थे. झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह के अनुज सिद्धार्थ गौतम ने अपने विरोधियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सिंह मैंशन को मिटाने की राजनीति करने वाले अब संभल जाएं, वर्ना वे (विरोधी) खुद मिट जायेंगे. सिंह मैंशन कदम आगे बढ़ाने के बाद पीछे की ओर नहीं खींचता. आगामी लोकसभा चुनाव में ‘सिंह मैंशन’ धनबाद से अपना प्रत्याशी देने का निर्णय ले चुका है.
धनबाद का सांसद कैसा हो …: कोयला नगर स्थित नेहरू कॉम्प्लेक्स मैदान में आयोजित जन चेतना रैली में सिद्धार्थ गौतम स्टील गेट से पैदल जुलूस के साथ पहुंचे. यहां धनबाद लोकसभा क्षेत्र के कोने-कोने से जनता मजदूर संघ के लोग जुलूस लेकर पहुंचे थे. वे सिंह मैंशन जिंदाबाद, स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह जिंदाबाद और धनबाद का सांसद कैसा हो सिद्धार्थ गौतम जैसा हो के नारे लगा रहे थे. बलियापुर से समर्थक बैलगाड़ी लेकर पहुंचे थे.
धनबाद को नहीं मिल पा रहा उसका सही हक
सिद्धार्थ ने कहा कि यही मेरी जन्मभूमि, कर्मभूमि है और मरण भूमि भी यही होगी. पिता स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह का जीवन केवल और केवल कोयलांचल की सेवा में ही गुजरा. आज मैंशन परिवार उसी कड़ी को आगे बढ़ाना चाहता है. यहां बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था नहीं है. गंभीर बीमारी होने पर यहां के लोगों को इलाज के लिए दुर्गापुर, कोलकाता व रांची का रुख करना पड़ता है. उच्च शिक्षण संस्थानों का भी अभाव है. धनबाद में असीम संभावनाएं है. सिद्धार्थ ने कहा कि देश के विकास में धनबाद अपनी पूरी भागीदारी दे रहा है, लेकिन धनबाद को उसका हक नहीं मिल पा रहा है. आज धनबाद को सही नेता की जरूरत है. तभी यहां का विकास संभव हो सकेगा.
किरण ने मांगा समर्थन
सिद्धार्थ गौतम की बड़ी बहन किरण सिंह ने कहा कि अगर आप सच में मैंशन के समर्थक है तो आगे बढ़ें और खुले दिल से अपना समर्थन सिद्धार्थ को दें. हम आपके साथ हैं. किसी भी मुश्किल की घड़ी में सिंह मैंशन परिवार हमेशा की तरह आगे भी आपके दुख-सुख में अपनी भागीदारी देता रहेगा.
मां-भाई से अलग राह पर
वर्ष 2003 में स्व. सूर्यदेव सिंह के बड़े पुत्र राजीव रंजन सिंह ने ‘चेतावनी रैली’ निकाल राजनीति में एंट्री ली थी. डेढ़ दशक बाद स्व. सूर्यदेव सिंह के छोटे पुत्र सिद्धार्थ ने ‘जन चेतना रैली’ के माध्यम से राजनीति में एंट्री ली है. हालांकि सिद्धार्थ की मां कुंती देवी झरिया से विधायक रह चुकी हैं. अग्रज संजीव सिंह झरिया के विधायक हैं. दोनों भाजपा में हैं. सिद्धार्थ अलग राह में जाना में चाहते हैं.

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