धनबाद : क्लोन बना कर करोड़ों रुपये की साइबर ठगी करने वाले पांच युवक जेल भेजे गये

धनबाद : बाघमारा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र से साइबर क्राइम में पकड़े गये पांच युवकों को गुरुवार की शाम जेल भेज दिया गया. ये लोग एटीएम क्लोन बनाकर लोगों के खाते से पैसे उड़ाते थे. एसएसपी किशोर कौशल ने गुरुवार की शाम अपने कार्यालय में मीडियाकर्मियों को बताया कि यह गैंग अब तक करोड़ों रुपये की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2019 7:43 AM
धनबाद : बाघमारा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र से साइबर क्राइम में पकड़े गये पांच युवकों को गुरुवार की शाम जेल भेज दिया गया. ये लोग एटीएम क्लोन बनाकर लोगों के खाते से पैसे उड़ाते थे. एसएसपी किशोर कौशल ने गुरुवार की शाम अपने कार्यालय में मीडियाकर्मियों को बताया कि यह गैंग अब तक करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है.
ये लोग बिहार शरीफ, गया, ओड़िशा, सिमडेगा, रामगढ़, आसनसोल, वर्दमान आदि जगहों के लोगों को ठगने का काम कर चुके हैं. इनके पास से 77 हजार पांच सौ नकद, स्कीमर मशीन, पंचिग मशीन, पांच ब्लैंक एटीएम कार्ड, कोटेक महिंद्रा बैंक का 48 चेकबुक, बैंक ऑफ इंडिया का 22 चेकबुक, पांच मोबाइल, एक पेन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक लैपटॉप, एक पेन कैमरा बरामद हुए हैं.
कैसे पकड़ाये अपराधी
एसएसपी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि राहुल कुमार नाम का अंतरप्रांतीय साइबर अपराधी तेतुलमारी में छुप कर रह रहा है. पुलिस की टीम ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसने अपने बाकी साथियों को पता बता दिया. उसके बाद पुलिस ने हरिहरपुर थाना क्षेत्र में छिपे उनके सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया. बाकी लगभग आधा दर्जन साथियों की तलाश चल रही है. जेल गये अपराधियों को रिंमाड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.
कैसे करते थे काम
एसएसपी ने बताया कि यह गैंग एटीएम का क्लोन बनाकर लोगों के खाते से पैसे उड़ाता था. इसके लिए वह एक स्कीमर मशीन रखते है. एटीएम में पैसे निकालने वाले सीधे-सादे लोगों को देखकर उन्हें निशाना बनाया जाता था.
जिन लोगों को एटीएम से पैसे निकालने की पूरी जानकारी नहीं होती थी उनका कार्ड लेकर वह चुपके से स्कीमर में स्कैन कर लेते थे. उसके बाद स्कीमर को लैपटॉप से कनेक्ट कर उसमें स्कैन किये गये कार्ड की पूरी जानकारी निकाल ली जाती थी.
मौजूद ब्लैंक कार्ड में पंचिंग मशीन का इस्तेमाल कर उसमें लैपटॉप की मदद से दूसरे एटीएम कार्ड का डिटेल डाल दिया जाता था. लोगों का पिन नंबर जानने के लिए वे लोग पेन कैमरा या बटन कैमरे का इस्तेमाल करते थे. इस तरह ब्लैंक कार्ड में एटीएम का पिन भी अपलोड किया जाता था.
ये लोग बिना गार्ड वाली एटीएम मशीन को चिह्नित कर कार्ड डालने वाली जगह में पहले से स्कीमर लगाकर छोड़ देते थे. इसके साथ मशीन में यह लोग एक छोटा सा कैमरा भी लगा देते थे, जिससे इन लोगों को कार्ड का नंबर आसानी से पता चल जाये. स्कीमर लगाने से मशीन में आने वाले सभी लोगों को कार्ड डिटेल इन्हें मिल जाता था.
इन्हें भेजा गया जेल
राहुल कुमार सिंह (19) और अमित कुमार सिंह (22). पिता सदानंद सिंह, पता महकमपुर, थाना कोइलवर, जिला भोजपुर, वर्तमान पता सिजुआ
संजय चौहान (35) पिता वशिष्ट चौहान, पता राजबीघा, थाना आंती, जिला गया, वर्तमान पता खास सिजुआ
विशाल कुमार बाउरी (19) पिता दीपक बाउरी, पता जीरो सीम तेतुलमारी
मनोज कुमार उर्फ मौजी ( 22) पिता नरेश चौहान, पता खास सिजुआ
शातिरों के लिए सॉफ्ट जोन बाघमारा क्षेत्र
बाघमारा. पहले राहुल पकड़ा गया. उसकी निशानदेही पर बुधवार की रात करीब बारह बजे खानूडीह चेक पोस्ट के पास चार अपराधियों को बिना नंबर की जेस्ट कार के साथ पकड़ा गया. पूछताछ के दौरान अपराधियोंं ने पिछले दिनों बाघमारा के बिजली मिस्त्री श्याम लाल के खाते से तीस हजार पांच सौ रुपये की अवैध निकासी समेत अन्य कई मामले में संलिप्त होने की बात स्वीकार की.
बाघमारा थाना प्रभारी श्रीकांत ओझा ने बताया कि पंचिग मशीन अपराधियों ने क्यूम्बटूर (दक्षिण भारत) से ऑनलाइन मंगायी थी. बाघमारा क्षेत्र गिरोह का सॉफ्ट जोन था. पूछताछ के दौरान अपराधियों ने बताया कि गिरोह में 27 से अधिक सदस्य हैं.
गिरोह का मुख्य सरगाना दक्षिण भारत में रहता है. बाघमारा थाना में अपराधियो के साथ बाघमारा डीएसपी मनोज कुमार, गोविंदपुर जैप थ्री के डीएसपी सुमित सौरभ लकडा, इंस्पेक्टर किसुन मुर्मू ने गहन पूछताछ की. तोपचांची इंस्पेक्टर किसुन मुर्मू केस के आइओ हैं.
आइएसएम छात्र के खाते से उड़ा लिये रुपये
आइआइटी आइएसएम के छात्र अभिषेक कुमार के खाते से साइबर अपराधियों ने 6400 रुपये की निकासी कर ली है. इस संबंध में अभिषेक ने धनबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उसने पुलिस को बताया कि उसका खाता एसबीआई में है. 14 दिसंबर को उसके खाते से 6400 रुपये की निकासी कर ली गयी थी. गुरुवार को जब उसने अपने खाते की जांच की तो उसे मामले की जानकारी हुई. छात्र के अनुसार उसे कहीं से फोन नहीं आया और न ही ऑनलाइन शॉपिंग की थी. पुलिस ने बताया कि छात्र के एटीएम का क्लोन बनाकर उसके पैसे उड़ाये गये है.

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