धनबाद : सिंदरी की खुशी और रंगदारी का गम, धनबाद के लिए मिला-जुला रहा वर्ष 2018

संजीव झा, धनबाद : वर्ष 2018 समाप्त होने में अब केवल छह दिन बचे हैं. यह वर्ष धनबाद के लिए मिश्रित रहा. एक तरफ जहां सिंदरी को 16 वर्षों बाद गुलजार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद यहां आकर सात हजार करोड़ रुपये की लागत से खुलने वाले हर्ल कारखाना की नींव रखी. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 26, 2018 8:28 AM
संजीव झा, धनबाद : वर्ष 2018 समाप्त होने में अब केवल छह दिन बचे हैं. यह वर्ष धनबाद के लिए मिश्रित रहा. एक तरफ जहां सिंदरी को 16 वर्षों बाद गुलजार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद यहां आकर सात हजार करोड़ रुपये की लागत से खुलने वाले हर्ल कारखाना की नींव रखी.
वहीं दसूरी तरफ धनबाद की लाइफ लाइन माने जाने वाला कोयला उद्योग रंगदारी से त्राहि-त्राहि करता रहा. पूरे साल यहां रंगदारी को लेकर सरकार व सत्तारूढ़ दल के नेता निशाने पर रहे. साथ ही अपराध जगत में भी अपराधियों के हौसले बुलंद रहे.
सिंदरी पर टिकी धनबाद की आस
देश के पहले सार्वजनकि उपक्रम सिंदरी खाद कारखाना, जो वर्ष 2002 में बंद हो गया था, की जगह नये कारखाना की आस धनबाद वासी काफी दिनों से लगाये हुए हैं.
इसको लेकर तरह-तरह के लग रहे कयास पर मोदी सरकार ने विराम लगाया. 25 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलियापुर हवाई अड्डा से सिंदरी में नये खाद कारखाना का शिलान्यास ऑनलाइन किया.
सात हजार करोड़ की लागत से सिंदरी में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) कारखाना अब धरातल पर उतरने लगा है. अगले दो वर्षों में इस कारखाना के चालू हो जाने की संभावना है. इससे धनबाद के औद्योगिक जगत को नया जीवन मिलने की संभावना है.
रंजीत सिंह की हत्या से हिला धनबाद
जेवीएम युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या 21 अगस्त को सरेशाम कर दी गयी. रंगदारी के लिए गैंग्स ऑफ वासेपुर से जुड़े सदस्यों ने आरा मोड़ के समीप रंजीत सिंह को गोली मार कर दी. इसके विरोध में धनबाद बंद तक हुआ.
रंजय हत्याकांड में हर्ष व मामा गये जेल
जनवरी 2017 में झरिया विधायक संजीव सिंह के नजदीकी रंजय सिंह की हत्या में मुख्य षडयंत्रकारी हर्ष सिंह, जो डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह के मौसेरे भाई भी हैं, ने सरेंडर किया.
फिलहाल हर्ष पलामू जेल में बंद है. इससे पहले पुलिस ने इस कांड में शामिल शूटर नंद किशोर सिंह उर्फ मामा को नाटकीय ढंग से आरा (बिहार) से गिरफ्तार किया था. मामा के बयान पर ही पुलिस ने इस मामले में हर्ष सिंह को अभियुक्त बनाया.
अपने ही बुने जाल में फंसे बैभव सिन्हा
रंजीत हत्याकांड से गर्म धनबाद शांत भी नहीं हुआ था कि तीन दिनों बाद यानी 24 अगस्त को कांग्रेस के धनबाद नगर अध्यक्ष बैभव सिन्हा अपने ही बुने जाल में फंस गये. अपने ही रेस्तरां में गोली चलवा कर बैभव सिन्हा ने अपनी हत्या की कोशिश का आरोप लगाया. पुलिस जांच में पूरी कहानी ही पलट गयी. मार-पीट व आर्म्स एक्ट में कांग्रेस के नगर अध्यक्ष आज भी जेल में बंद हैं.
सांसद, विधायक पर यौन उत्पीड़न के आरोप से गरमायी राजनीति
इस वर्ष मी टू के कारण देश ही नहीं, धनबाद की राजनीति में भी सरगर्मी छायी रही. बाघमारा के विधायक ढुलू महतो पर भाजपा की जिला मंत्री कमला कुमारी ने 30 अक्तूबर को यौन उत्पीड़न के प्रयास का आरोप लगाते हुए यहां से लेकर रांची तक न्याय के लिए फरियाद लगाती रही.
ऑनलाइन मुकदमा भी किया. इसके बाद गिरिडीह के सांसद रवींद्र पांडेय के खिलाफ भी भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता ने छेड़छाड़ का आरोप लगा कर पार्टी विद ए डिफरेंस का दावा करने वाली भाजपा को सकते में डाल दिया. पार्टी के अंदर इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश चल रही है.
जेल से नहीं निकल पाये झरिया विधायक संजीव
पूर्व डिप्टी नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या के आरोप में अप्रैल 2017 में गिरफ्तार झरिया विधायक संजीव सिंह को पूरे वर्ष जेल में ही रहना पड़ा. लगभग 21 माह बाद भी उन्हें कोर्ट से जमानत नहीं मिल पायी. जेल के अंदर उनकी तबीयत भी गड़बड़ चल रही है.
रंगदारी को लेकर दबाव में रही भाजपा
धनबाद जिला में पूरे वर्ष रंगदारी को लेकर सरकार व सत्तारूढ़ भाजपा पर विपक्ष हमलावर रहा. बाघमारा क्षेत्र में रंगदारी के सवाल पर एक माह से भी अधिक समय से लिंकेज कोयला का उठाव बंद है. इंडस्ट्रीज एंड हार्ड कोक एसोसिएशन तथा बाघमारा के विधायक ढुलू महतो के बीच खुला वाक युद्ध चल रहा है.
धनसार के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में पूरे वर्ष कोयला का उठाव ठप रहा. यहां धनबाद एवं निरसा विधायक के बीच रस्साकशी है. रंगदारी मामले को लेकर यहां भाजपा दबाव में है. पार्टी के अंदर इसको लेकर डैमेज कंट्रोल अभियान चल रहा है.

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