धनबाद : ”बसंती” को पाने के लिए बोर्रागढ़ के ”बीरू” ने पानी टंकी से कूद कर दी जान

!!धनबाद/बोर्रागढ़!!... 70 के दशक में बनी मशहूर फिल्म ‘शोले’ में बसंती को पाने के लिए बीरू यानी यंग्री यंगमैन धर्मेंद्र पानी टंकी पर चढ़ कर कूद जाने की धमकी देते हैं. उनकी धमकियों से डर कर बसंती की मौसी शादी के लिए तैयार हो जाती है, लेकिन बोर्रागढ़ टीनाधौड़ा का दीपक रविदास (19) बीरू की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2018 10:09 PM

!!धनबाद/बोर्रागढ़!!

70 के दशक में बनी मशहूर फिल्म ‘शोले’ में बसंती को पाने के लिए बीरू यानी यंग्री यंगमैन धर्मेंद्र पानी टंकी पर चढ़ कर कूद जाने की धमकी देते हैं. उनकी धमकियों से डर कर बसंती की मौसी शादी के लिए तैयार हो जाती है, लेकिन बोर्रागढ़ टीनाधौड़ा का दीपक रविदास (19) बीरू की तरह खुशकिस्मत नहीं था. प्रेमिका से शादी की गुहार उसके (लड़की) परिजन को स्वीकार्य नहीं हुआ, तो अपनी बसंती को पाने की चाह में 50 फीट ऊंची पानी टंकी पर चढ़ा दीपक कूद पड़ा. बाद में गंभीर रूप से घायल दीपक की अस्पताल में मौत हो गयी. दीपक की मौत से जहां उसके परिजन सदमे में हैं, प्रेमिका के परिजन सकते में हैं.
पुलिस के अनुसार, दीपक जिस लड़की से प्रेम करता था, उसके परिजन उससे शादी करने को तैयार नहीं थे. गुरुवार की दोपहर लगभग 12 बजे शादी की रजामंदी की गुहार लगाने वाले दीपक ने बात अनसुनी होने पर घर के पास की पानी टंकी पर चढ़ गया और वहां से छलांग लगा दी. गंभीर स्थिति में परिजन उसे इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराये, जहां दम तोड़ दिया. दीपक आरएसपी कॉलेज, बेलगड़िया में प्लस टू का छात्र था. देर शाम शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी में रख दिया गया. शुक्रवार को पोस्टमार्टम होगा.

प्रेम संबंधों का दुखद अंत

बीते कई महीनों से दीपक रविदास का प्रेम प्रसंग एक स्थानीय लड़की से चल रहा था. प्रेम को शादी में बदलने के लिए उसने लड़की के परिजन बात की थी. काफी कोशिशों के बाद भी लड़की के परिजन मानने को तैयार नहीं थे. उन्होंने शादी से इनकार कर दिया. दीपक के घर के पास पानी टंकी का निर्माण हो रहा है. गुरुवार को अपनी बात मनवाने के लिए आवेश में आकर दीपक टंकी पर चढ़ा और ऊपरी हिस्से पर चला गया. वहां से उसने छलांग लगा दी. नीचे गिरने पर वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. बोर्रागढ़ ओपी प्रभारी किशुन दास, राजेंद्र चौधरी व एन हक मौके पर पहुंचे तथा दीपक को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी.

परिजन का रो-रो कर बुरा हाल

दीपक की मौत की सूचना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. पिता बिंदेश्वर रविदास बीसीसीएल में कार्यरत हैं. दीपक के आत्मघाती कदम से हर कोई हैरान है. इलाके में मातमी सन्नाटा पसरा है.