तकनीकी राष्ट्रवाद पर आज बीआइटी सिंदरी में सेमिनार
सिंदरी: तकनीकी राष्ट्रवाद पर देश का पहला सेमिनार बीआइटी में सोमवार को होगा. सेमिनार में शामिल होने आये अखिल भारतीय संघर्ष वाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्रही ने रविवार को प्रभात खबर से कहा है यह गौरव की बात है बीआइटी सिंदरी से तकनीकी राष्ट्रवाद की पहल होगी. तकनीकी के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित होगा. […]
सिंदरी: तकनीकी राष्ट्रवाद पर देश का पहला सेमिनार बीआइटी में सोमवार को होगा. सेमिनार में शामिल होने आये अखिल भारतीय संघर्ष वाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्रही ने रविवार को प्रभात खबर से कहा है यह गौरव की बात है बीआइटी सिंदरी से तकनीकी राष्ट्रवाद की पहल होगी. तकनीकी के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित होगा. कहा कि नॉलेज एंड टेक्नोक्रेट फॉर नेशन का मंत्र सेमिनार से पूरे देश में पहुंचेगा. कहा कि आज की युवा पीढ़ी पैकेज के पीछे दौड़ रहा है. उनके लिए देश महत्वपूर्ण नहीं है. इस भावना को मिटाना है.
बताया कि विश्व में 70% डिजाइन भारतीय बनाते हैं, लेकिन डिजाइन पर मालिकाना हक विदेशियों का होता है. एक आइआइटीएन पर देश का 40 लाख रुपया खर्च होता है और पढ़ाई के बाद छात्र विदेश बाहर चले जाते हैं. इस मानसिकता को बदलना होगा. कहा कि सरकार नाॅलेज व स्कील को प्राथमिकता दे.
इसका प्रयास वाहिनी लगातार कर रही है. मौके सेमिनार का संयोजक डॉ पीके सिंह, कौशल किशोर राय, अजय सिंह, रंजीत कुमार, सुफल झा आदि मौजूद थे. एसीसी की दिशा सेंटर मे प्रक्षिक्षण ले रही छात्र आशा टुडू और शकुंतला ने ताड़ पत्ता से निर्मित स्वदेशी गुलदस्ता सौंपा.